जिमी शेरगिल का खुलासा – एक फैसले पर डेढ़ साल तक पिता ने नहीं की बात, कही थी यह सख्त बात

मुंबई: अभिनेता जिमी शेरगिल के पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल नहीं रहे। 90 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। जिमी के पिता की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी। 11 अक्तूबर को उन्होंने आखिरी सांस ली। जिमी शेरगिल के परिवार का कला एवं साहित्य में जुड़ाव रहा है। देश की मशहूर पेंटर्स में से एक अमृता शेरगिल एक्टर जिमी के दादाजी की कजिन थीं। वहीं, जिमी के पिता सत्यजीत सिंह भी सीनियर आर्टिस्ट थे। बेटे के अभिनेता बनने के सफर में उनका काफी सपोर्ट रहा। मगर, एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्होंने जिमी शेरगिल से करीब डेढ़ साल तक बात नहीं की थी। जानिए क्यों?

पिता ने इस वजह से नहीं की थी जिमी से डेढ़ साल बात
जिम्मी शेरगिल के पिता सत्यजीत सिंह काफी सख्त मिजाज इंसान थे। वे अनुशासन के पक्के थे। एक बार कुछ ऐसा हुआ कि बेटे जिमी से उन्होंने डेढ़ साल बात नहीं कीं। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में में एक बार जिमी शेरगिल से पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल के साथ उनके रिश्ते के बारे में पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा था कि उनका परिवार हमेशा उनके फैसलों में सहयोग करता आया है। हालांकि, अभिनेता ने एक चौंकाने वाला किस्सा सुनाया, जब उनके माता-पिता ने उनसे ताल्लुक खत्म कर दिए थे और करीब डेढ़ साल बात नहीं की। जिमी ने बताया था कि 18 साल की उम्र तक वह पगड़ी पहनते थे। लेकिन हॉस्टल में रहने के दौरान उन्हें अपने लंबे बालों को संभालना बेहद मुश्किल लगने लगा था। इसलिए उन्होंने बाल कटवा लिए। इसके बाद उनके पिता ने उनसे सारे रिश्ते तोड़ लिए थे।

अभिनेता जिमी शेरगिल के पिता का निधन, 90 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

बेटे के हॉस्टल जाकर चौंक गए थे जिमी के पिता
दरअसल, जिमी पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जहां पगड़ी पहनना अनिवार्य है। उस किस्से को याद कर जिमी ने बताया था, 'मैं लगभग 18 साल की उम्र तक पगड़ी पहनता रहा। फिर हॉस्टल में रहने के दौरान पगड़ी पहनना और धोना मुझे मुश्किल लगने लगा। कई और भी चीजें थीं। एक दिन जब मेरे पिता मेरे हॉस्टल आए तो मैंने उनसे यूं ही पूछ लिया और अपने बाल काटने का फैसला कर लिया। इसके बाद मेरे माता-पिता ही नहीं, बल्कि मेरे पूरे परिवार ने डेढ़ साल तक मुझसे ठीक से बात नहीं की, सिवाय मेरे एक मामा के, जिन्होंने मुझसे पहले अपने बाल भी काटे थे'।

जिमी के एक्टर बनने के लिए फुफेरे भाई ने पिता को मनाया
जिमी शेरगिल के अभिनय की दुनिया में करियर बनाने के मामले में उनके पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल को जिमी के कजिन सुमिंदर ने मनाया। उन्होंने ही सत्यजीत सिंह को यह सलाह दी थी कि जिमी को अभिनय में अपनी किस्मत आजमानी चाहिए। इस किस्से को लेकर जिमी ने कहा था, 'मेरी बुआ के बेटे सुमिंदर जो मुझसे दस साल बड़े हैं। उनका एक स्टोर था, जहां वह दिल्ली के टॉप डिजाइनरों के कलेक्शन बेचते थे। उन्होंने मेरे पिताजी को समझाया कि मुझे फिल्मों में जाना चाहिए'।

पिता ने सोचा था मुंबई में 10 दिन भी नहीं रुक पाएंगे जिमी
जिमी शेरगिल ने यह भी जिक्र किया था कि जब वह फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने मुंबई आए तो उनके पिता ने सोचा था कि वह दस दिन से भी कम समय में वहां से वापस आ जाएंगे। लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और लगन से जिमी ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना ली। इंटरव्यू में जिमी ने कहा था, 'मेरे परिवार को लगा था कि मेरी लाइफस्टाइल में आए बदलाव को देखते हुए मैं 10 दिन भी नहीं टिक पाऊंगा, लेकिन मैं टिक गया। हालांकि, इस यात्रा में मेरे परिवार ने इमोशनली और फाइनेंशली मेरा पूरा साथ दिया'।

जिमी ने माचिस से शुरू किया करियर
अभिनेता जिमी शेरगिल ने साल 1996 में फिल्म 'माचिस' अभिनय यात्रा शुरू की थी। मगर उन्हें साल 2000 आई फिल्म 'मोहब्बतें' से लोकप्रियता मिलनी शुरू हुई। उन्होंने मुन्नाभाई एमबीबीएस, रकीब, माय नेम इज खान, साहेब बीवी और गैंगस्टर, एवं तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों में काम किया है। 

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