हल्की बारिश से मौसम हुआ नम, सितंबर के अंत में तेज बारिश का नया दौर संभावित
मध्य प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है तो वहीं के कुछ क्षेत्रों में मौसम साफ देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ एक्टिव है, लेकिन इनका ज्यादा असर नहीं है। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर चल रहा है। शुक्रवार को 10 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। शनिवार को प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। जबकि हल्की और मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।
लोकल सिस्टम से हो सकती है तेज बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-दक्षिण टर्फ एमपी से गुजर रही है। वहीं, उत्तरी-दक्षिणी हिस्से में दो चक्रवात भी एक्टिव है, लेकिन यह स्ट्रॉन्ग नहीं है। इस वजह से अगले चार दिन तक भारी बारिश का दौर नहीं रहेगा। मौसम विभाग ने भी यह चेतावनी नहीं दी है। हालांकि, लोकल सिस्टम के सक्रिय होने से कहीं-कहीं तेज बारिश भी हो सकती है।
भदभदा का एक गेट खोला गया
प्रदेश में शुक्रवार को छतरपुर के खजुराहो और बड़वानी के सेंधवा में तेज बारिश का दौर रहा। खजुराहो के रनगुवां बांध के तीन गेट खोल दिए गए। भोपाल के भदभदा डैम का एक गेट फिर से खोला गया। इस सीजन में चार बार गेट खुल चुके हैं। बैतूल में सवा इंच और रतलाम-छिंदवाड़ा में 1-1 इंच पानी गिर गया। नर्मदापुरम के पचमढ़ी, शिवपुरी, जबलपुर, छतरपुर के नौगांव, सीधी, बड़वानी में भी हल्की बारिश हुई। भोपाल में शाम में तेज बारिश हुई।
एमपी में अब तक 43.5 इंच बारिश दर्ज
प्रदेश में इस मानसूनी सीजन में औसत 43.5 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश से 7.5 इंच ज्यादा है। गुना में सबसे ज्यादा 65 इंच, जबकि खरगोन में सबसे कम 26.2 इंच बारिश हुई है। इधर, कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक सामान्य बारिश से 17 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है। आखिरी सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज बारिश का एक और दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अब मानसून की वापसी भी होने लगी है। आधे राजस्थान से मानसून लौट चुका है। वहीं, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों से भी मानसून लौटा है। गुरुवार को भी कई जिलों से मानसून लौट गया। यदि वापसी ही यही रफ्तार रही तो एमपी के भी कई जिलों में ऐसी स्थिति बन सकती है।