कई को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है, खुद को सर्राफा व्यापारी समझने लगते हैं
जयपुर,। बीजेपी ने पिछले साल राजस्थान चुनाव के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे समेत कई दिग्गज नेताओं को दरकिनार कर भजनलाल शर्मा को सीएम की कुर्सी पर बैठाया था। कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी आलाकमान का यह फैसला इतनी आसानी से वसुंधरा राजे के गले नहीं उतरेगा। अब वसुंधरा राजे सिंधिया ने ऐसी बात कह दी है, जिसने अफवाहों को फिर से हवा दे दी है। राजस्थान में बीजेपी नेतृत्व के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी के दिग्गज नेता और सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर अपने गृह राज्य राजस्थान के दौरे पर जयपुर पहुंचे।
राजस्थान की बीजेपी इकाई ने उनके सम्मान में अभिनंदन समारोह आयोजित किया जिसमें सीएम भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी समेत बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे। अभिनंदन समारोह में संबोधन में वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि ओम माथुर चाहे कितनी ही बुलंदियों पर पहुंच गए हों, लेकिन इनके पैर सदा जमीन पर रहते हैं। इसीलिए इनके चाहने वाले भी बहुत हैं। वरना कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है, वे खुद को सर्राफा व्यापारी समझ बैठते हैं।
वसुंधरा राजे की टिप्पणी को लोगों ने उनका निशाना भांपना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने कहा कि वसुंधरा का बयान सीएम भजनलाल पर कटाक्ष था, क्योंकि वह उनके सीएम बनने के बाद से नाराज हैं। जबकि कुछ कह रहे हैं राजे का निशाना मौजूदा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ पर था। मदन राठौड़ ने हाल ही में राजे की तारीफ करते-करते उनके बारे में एक अजीब टिप्पणी क दी थी। राजे की अनुपस्थिति के बारे में बोलते हुए राठौड़ ने कहा था जब वह दिल्ली आईं, तो मैं खुद देख रहा था।बड़ी अजीब सी और कमजोर सी लग रही थीं।
यह सब अनुमान है, फिर भी वसुंधरा राजे बीजेपी नेतृत्व को यह संदेश देने का प्रयास कर रही हैं कि वह प्रदेश की राजनीति में अब भी अपना वजूद रखती हैं। राजे कहा, पीएम के करीबी माथुर ऊपर से गरम और अंदर से नरम हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कमल खिलाकर असंभव को संभव कर दिखाया। विपक्षी कुछ भी कहें, गवर्नर रबर स्टैम्प नहीं होता। जैसा घुड़सवार होगा घोड़ा वैसे ही दौड़ेगा। ओम माथुर कुशल घुड़सवार हैं, जिन्हें लगाम खींचना और चाबुक चलाना अच्छे से आता है।