बाजार में पॉजिटिव ओपनिंग, सेंसेक्स में 150 अंकों की छलांग, निफ्टी ने पार किया 25,200 का स्तर
व्यापार: शेयर बाजार में शुक्रवार को तेजी देखी गई। निवेशक सतर्क नजर आएं क्योंकि इस्राइल-हमास शांति समझौते की वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की 20 सूत्रीय गाजा शांति योजना के साथ आकार लेने लगी। शुरुआती कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 150 अंकों की बढ़त के साथ 82,300 का आंकड़ा पार कर गया। उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज- निफ्टी 50 अंकों की बढ़त के साथ 25,200 के ऊपर कारोबार कर रहा था।
अलग-अलग सेक्टर्स की बात करें तो निफ्टी में दर्ज मेटल इंडेक्स में गिरावट दर्ज हुई। ऑटो-फार्मा हेल्थकेयर सेक्टर के शेयर भी ढलान पर दिखे। वहीं, बैंक, ऊर्जा, एफएमसीजी, आईटी, तेल-गैस और रियलटी के शेयर्स हरे निशान पर रहे।
इन कारणों से विशेषज्ञ रहे सतर्क
विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिकी बाजार, जो हाल ही में सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे, थोड़ा नीचे बंद हुए, क्योंकि सरकारी आंकड़ों की कमी के कारण निवेशक सतर्क रहे। नये आर्थिक कारकों के अभाव व लंबे समय से अमेरिकी सरकार के बंद रहने की अनिश्चितता के कारण वैश्विक धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इस बीच, इस्राइल-हमास युद्धविराम के कारण मध्य पूर्व जोखिम प्रीमियम में कमी के कारण तेल की कीमतों में गिरावट आई, जबकि सोने और चांदी में लगातार वृद्धि जारी रही।
एफपीआई ने किया शुद्धि निवेश
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने बताया कि भारत में द्वितीयक बाजारों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) का कई दिनों से शुद्ध निवेश देखा जा रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ का ब्लॉकबस्टर ओवरसब्सक्रिप्शन प्राथमिक बाजार पेशकशों के लिए मजबूत निवेशक रुचि को दर्शाता है।
बग्गा ने कहा कि अब इंतजार दोहरा है। नवंबर तक अमेरिकी टैरिफ से कुछ राहत मिलने की संभावना कम है। दूसरा, कमाई का सीजन है जिसकी शुरुआत अच्छी रही है। ध्यान घरेलू क्षेत्रों पर रहेगा, जिन्हें सरकारी बुनियादी ढांचे पर लगातार खर्च, जीएसटी 2.0 से खपत में बढ़ोतरी, आयकर में कटौती, और आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती और नकदी प्रवाह से लाभ होगा। आईटी जैसे वैश्विक रूप से जुड़े क्षेत्र वैश्विक वृहद आर्थिक परिदृश्य से और सकारात्मक नतीजों का इंतजार करेंगे, लेकिन वे अपने चक्र के निचले स्तर पर हैं।
सोने-चांदी की कीमतें गिरी
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के धातु विश्लेषक मानव मोदी ने कहा कि सोने और चांदी की कीमतें सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने और कुछ समय के लिए 4000 डॉलर और 50 डॉलर के स्तर को पार करने के बाद 2 प्रतिशत से अधिक गिर गईं। डॉलर के मजबूत होने और इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के बाद निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के कारण दोनों धातुओं पर कुछ दबाव देखा गया। चांदी में भारी गिरावट देखी गई है, जो बढ़ती मांग के मुकाबले आपूर्ति में भारी कमी का संकेत है।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स को मिला भारी समर्थन
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स लगातार चर्चा में बना हुआ है क्योंकि इसके पब्लिक इश्यू को तीसरे दिन 54.02 गुना सब्सक्राइब किया गया। आवंटन आज पूरा होने वाला है और शेयर 14 अक्तूबर को सूचीबद्ध होंगे। तिमाही नतीजों में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने बाजार की उम्मीदों से बेहतर शानदार आय दर्ज की। कंपनी का राजस्व 65,799 करोड़ रुपये रहा, जो तिमाही-दर-तिमाही 3.7 प्रतिशत और सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत अधिक है। परिचालन लाभ 16,565 करोड़ रुपये रहा, जो तिमाही-दर-तिमाही 6.8 प्रतिशत और सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत अधिक है। बोर्ड ने 11 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की भी सिफारिश की है।
यह कंपनियां दूसरी तिमाही की करने वाली हैं घोषणा
अन्य कंपनियां जो आज अपने दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा करने वाली हैं, उनमें एलेकॉन इंजीनियरिंग कंपनी, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, जीके एनर्जी, यश हाईवोल्टेज, बिज़ोटिक कमर्शियल, प्रो फिन कैपिटल सर्विसेज, इंटेंस टेक्नोलॉजीज, अफोर्डेबल रोबोटिक एंड ऑटोमेशन, सयाजी पुणे और ओसवाल ओवरसीज शामिल हैं।
एशियाई बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में, धारणा सुस्त रही। जापान का निक्केई 225 1.02 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.07 प्रतिशत लुढ़क गया, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी एकमात्र प्रमुख सूचकांक रहा जो 1.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। ताइवान के बाजार राष्ट्रीय दिवस की छुट्टी के कारण बंद रहे।