संगीत की दुनिया में सन्नाटा, जुबिन गर्ग को असम ने दी राजकीय श्रद्धांजलि

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग की बीते शुक्रवार को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान मौत हो गई. उनकी मौत से म्यूजिक इंडस्ट्री के साथ-साथ फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ गई है. असम के मशहूर सिंगर सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में 20 सितंबर को परफॉर्म करने वाले थे. लेकिन उससे पहले ही ये हादसा हो गया. इस खबर से सिंगर के फैंस सदमे में हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

इस बीच असम सरकार ने में सिंगर जुबिन गर्ग के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. मुख्य सचिव रवि कोटा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा ‘असम सरकार मशहूर गायक, फिल्म निर्माता और सांस्कृतिक हस्ती जुबिन गर्ग के निधन पर गहरा शोक और दुख व्यक्त करती है’.

’20 से 22 सितंबर तक राजकीय शोक घोषित
मुख्य सचिव ने पोस्ट में आगे कहा ’20 से 22 सितंबर तक राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान कोई भी आधिकारिक मनोरंजन, रात्रिभोज या औपचारिक समारोह नहीं होंगे’. उन्होंने कहा कि सम्मान स्वरूप सेवा सप्ताह कार्यक्रम भी स्थगित रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, स्वास्थ्य शिविर, टीबी रोगियों के लिए निक्षय मित्र सहायता और वृक्षारोपण अभियान जैसी सेवा-उन्मुख गतिविधियां जारी रहेंगी’.

सीएम ने की सिंगापुर के उच्चायुक्त से बात
इधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा’ मैंने सिंगापुर के उच्चायुक्त, साइमन वोंग से बात की और हमारे प्रिय ज़ुबीन गर्ग के असामयिक निधन के कारणों की विस्तृत जांच का अनुरोध किया उन्होंने मुझे इस संबंध में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है.

जुबिन के परिवार को पार्थिव शरीर का इंतजार
इस बीच, जुबिन का शोकाकुल परिवार शनिवार (20 सितंबर) को सिंगापुर से गुवाहाटी में उनके पार्थिव शरीर को लाए जाने का इंतजार कर रहा है. अल्जाइमर रोग से पीड़ित उनके पिता मोहिनी मोहन बोरठाकुर (85) शहर के काहिलीपारा में स्थित अपने आवास पर गमगीन दिखाई दिए जबकि जुबिन की पत्नी भी शोकाकुल नजर आईं. गर्ग के घर पर लोगों की आवाजाही लगी हुई है.

शनिवार सुबह गुवाहाटी पहुंचे जुबिन के चाचा मनोज कुमार बोरठाकुर ने कहा ‘दादा (जुबिन के पिता) को अल्जाइमर रोग है. वह मधुमेह के भी मरीज हैं और कल यह खबर मिलने के बाद उनके रक्त शर्करा स्तर में अचानक वृद्धि हुई. लेकिन अब उनकी हालत नियंत्रण में है’. पूर्व नौकरशाह और प्रख्यात लेखक-कवि मोहिनी मोहन बोरठाकुर के लिए अपने सबसे करीबी लोगों को खोना एक त्रासदी है.

जुबिन की बहन जोंगकी सड़क हादसे में हुई थी मौत
कुछ साल पहले उनकी पत्नी, इली बोरठाकुर का निधन हो गया था. उनकी एक बेटी जोंगकी अभिनेत्री और गायिका थीं, जिनकी 2002 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. जुबिन की मृत्यु के बाद, बोरठाकुर के परिवार में अब एक ही संतान पाल्मे हैं, जो यहां एक निजी विश्वविद्यालय में भूगोल पढ़ाते हैं.

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