NAMO बस सेवा की योजना: दिल्ली में मोहल्ला बस सेवा का नाम बदलने पर BJP सरकार विचार कर रही है

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की शिकस्त और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार के अस्तित्व में आने के बाद राजधानी में बदलाव का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी सरकार पिछली सरकार के कई फैसलों और अभियानों को बदलने के मूड में नजर आ रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिल्ली रेखा गुप्ता सरकार ने मोहल्ला बस सेवा का नाम बदलकर नमो बस या अंत्योदय बस रखने का सुझाव दिया है.

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले मोहल्ला बस सेवा की शुरुआत की थी. सूत्रों के अनुसार, अब बीजेपी सरकार की ओर से मोहल्ला बस सेवा का नाम बदलने का सुझाव दिया गया है. अब इसका नाम नमो बस या अंत्योदय बस रखने का सुझाव दिया गया है. इससे पहले मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर करने के प्रस्ताव के बाद दिया गया था.

इलाकों के भी नाम बदलने के सुझाव

यही नहीं चुनाव के बाद दिल्ली में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद कई चीजों के नाम बदलने के सुझाव दिए जाने लगे हैं. दिल्ली में बीजेपी के कई विधायकों की ओर से नजफगढ़, मोहम्मदपुर और मुस्तफाबाद जैसे इलाकों के नाम बदलने का भी सुझाव दिया जा चुका है.

पिछले साल दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी की सरकार ने ‘मोहल्ला बस सेवा’ की शुरुआत की थी. इसका मकसद राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा को बेहतर करने और कनेक्टिविटी के लिए किया गया था. तब AAP सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने पिछले साल 15 जुलाई को मोहल्ला बस सेवा को ट्रायल के तौर पर शुरू की थी. इस सेवा के तहत 2180 मिनी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जानी थी. ये बसें 10 से 12 किलोमीटर तक के रूट पर चलती हैं. इन बसों में भी महिलाओं का टिकट नहीं लगता है और वह फ्री में ही सफर करती हैं.

मोहल्ला क्लीनिक का नाम भी बदलने जा रही सरकार

मोहल्ला बस सर्विस के तहत मिनी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाती हैं. ये बसें 9 मीटर लंबी होती हैं और ये पूरी तरह से एयर कंडीशन वाली बसें होती हैं. इन बसों को कम चौड़ाई वाली सड़कों और ज्यादा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आसानी से चलने के लिए तैयार किया गया है. इन मोहल्ला बसों की रूट लंबाई करीब 10 किमी है.

इससे पहले कहा गया कि दिल्ली की नई बीजेपी सरकार मोहल्ला क्लीनिकों की रीब्रांडिंग करेगी. पहले इसकी जांच के बाद इन क्लीनिकों का नाम बदलकर ‘अर्बन आरोग्य मंदिर’ रखने का सुझाव दिया गया है. कहा जा रहा है कि क्लीनिकों के लिए नई केंद्रीय नीति के तहत मोहल्ला क्लीनिकों का नाम बदलकर ‘आरोग्य आयुष्य मंदिर’ भी रखा जा सकता है.

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