टीकमगढ़ में गेहूं की आड़ में अफीम की खेती, पुलिस ने लाखों के पौधे किए जब्त 

टीकमगढ़: टीकमगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अफीम के पेड़ जब्त किए हैं. किसान द्वारा गेंहू की फसल के बीच अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी. पुलिस ने अफीम के पौधों को जब्त कर लिया है, जिनका वजन करीब 66 किलो 200 ग्राम है. जिसकी कीमती करीब 3 से 4 लाख रुपये बताई जा रही है. जतारा पुलिस ने मामला दर्ज कर अफीम की खेती करने वाले आरोपी पर्वत रैकवार को गिरफ्तार कर लिया है.

गेहूं की आड़ में अफीम की खेती
दरअसल, यह पूरा मामला टीकमगढ़ जिले के जतारा थाना क्षेत्र के बैरवार गांव का है. एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम ने बताया कि, ''गांव के पर्वत रैकवार द्वारा अपने खेत में गेहूं की फसल के बीच में अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पर्वत रैकवार को गिरफ्तार कर उसके खेत पर गेंहू की फसल के बीच में लगे अफीम के पेड़ जप्त किये. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.''

गेहूं को गायब करने के मामले में तीन पर FIR
मैहर में एक तरफ ईओडब्ल्यू की टीम ने समितियों पर शिकंजा कसना शुरू किया तो दूसरी ओर थानों में भी दनादन एफआईआर दर्ज होनी प्रारंभ हो गई. जिले की सेवा सहकारी बैंक के कर्मचारियों पर 4203 क्विंटल से अधिक धान गायब के आरोप लगे थे. जिसके बाद पुलिस ने सेवा सहकारी बैंक के प्रबंधक सहित तीन लोगों पर प्रकरण दर्ज कर लिया है. नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक पंकज बोरसे की शिकायत पर आरोपी दीपेंद्र सिंह, खरीदी प्रभारी संजीव तिवारी तथा ऑपरेटर अनिल कुमार दहायत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

23 फरवरी को हुआ था फर्जीवाड़े का खुलासा
खरीफ फसल धान के उपार्जन में हुए फर्जीवाड़े के संबंध में सबसे पहले ईटीवी भारत ने 23 फरवरी को धान फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. जिसके बाद मामले की जांच के लिए अधिकारी पहुंचे थे. जांच में करीब 4203.60 क्विंटल की शार्टेज प्रमाणित की गई थी. जिसके बाद जिला प्रबंधक ने केन्द्र प्रभारी को एफआईआर कराने का आदेश जारी किया गया था. अपने पत्र में समिति प्रबंधक दीपेंद्र सिंह, खरीदी प्रभारी संजीव तिवारी और ऑपरेटर अनिल कुमार दहायत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को कहा गया है. लगभग 15 दिन बीतने के बाद केस दर्ज किया गया.
 

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