Paytm की रफ्तार से चौंकी दुनिया, हार्वर्ड स्कूल के सिलेबस में शामिल
पेटीएम को इंडिया रिसर्च सेंटर द्वारा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की केस स्टडी के रूप में शामिल किया गया है। स्टडी कंपनी के ऑनलाइन रिचार्ज मंच से भारत के सबसे बड़े मोबाइल भुगतान मंच बनने तक की यात्रा पर केंद्रित है।
पेटीएम ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस स्टडी का शीर्षक 'पेटीएम : एक भुगतान नेटवर्क बनाना' रखा गया है और वर्तमान में प्रकाशित होने की प्रक्रिया में है और शिक्षण उद्देश्यों से हार्वर्ड के भीतर और बाहर दोनों जगहों के लिए उपलब्ध होगा।
पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेखर शर्मा ने कहा, “हम अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में आधा अरब भारतीयों को लाने के मिशन पर हैं और बदले में एक ऐसा व्यवसाय बनेगा, जिस पर भारत को गर्व होगा। हमारे लिए देशवासियों को डिजिटल भुगतान से सक्षम बनाने, वित्तीय समावेशन का हिस्सा बनाने की यात्रा अभी ही शुरू हुई है। इस प्रतिष्ठित संस्थान के पाठ्यक्रम की पेशकश का हिस्सा बनना सही मायनों में सौभाग्य की बात है।”
हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर सुनील गुप्ता ने कहा, 'पेटीएम भारत में भुगतान के लिए क्रांति ला रहा है और यह भारत के डिजिटल भविष्य का एक शानदार उदाहरण है।'
पेटीएम को अब 30 लाख से अधिक व्यापारियों द्वारा स्वीकार किया जाता है और इसके 18.5 करोड़ से अधिक पंजीकृत वॉयलेट उपयोगकर्ता हैं। पेटीएम भुगतान बैंक की शुरुआत से, कंपनी देश में खातों, ऋण, बीमा और अन्य इसी तरह के बैंकिंग और अंडर बैंकिंग वित्तीय उत्पादों के रूप में वित्तीय समावेशन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखती है।