साइप्रस लिंक पर पुलिस की नज़र, कोच्चि बिजनेसमैन से करोड़ों की ठगी का मामला

व्यापार: कोच्चि में एक व्यापारी के साथ हुई 24.76 करोड़ रुपये की ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी मामले में पुलिस को साइप्रस-आधारित कॉल सेंटर की भूमिका पर शक है। पुलिस के अनुसार, मार्च 2023 से व्यापारी के पैसों को जिन बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था, उनकी जांच जारी है।

ठगी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कैपिटलिक्स से हुई
इस संबंध में कोच्चि साइबर पुलिस ने 1 सितंबर को मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता व्यापारी की पहचान निमेश के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि यह ठगी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कैपिटलिक्स के जरिए हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कैपिटलिक्स, जो अमेरिका में पंजीकृत है, एक ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करता है।

कैसे हुई धोखाधड़ी?
व्यापारी से सबसे पहले एक मलयालम बोलने वाले शख्स ने संपर्क किया, जिसने खुद को डेनियल बताया। बाद में निमेश ने स्टॉक ट्रेडिंग के संबंध में उससे बातचीत की। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब पिछले महीने निमेश ने अपना निवेश और मुनाफा वापस लेने की कोशिश की। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

पुलिस को साइप्रस स्थित कॉल सेंटर पर शक
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि लेनदेन और संचार माध्यमों की जांच के बाद, साइप्रस स्थित एक कॉल सेंटर की संलिप्तता का संदेह है। हम इस कॉल सेंटर के संचालन की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि शिकायतकर्ता से डेनियल नामक एक मलयालम भाषी व्यक्ति ने संपर्क किया था, इसलिए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कॉल सेंटर ने साइबर धोखाधड़ी के लिए केरलवासियों को काम पर रखा होगा। उन्होंने कहा कि डेनियल नाम फर्जी हो सकता है।

पहली बार यूरोपीय देश के कॉल सेंटर पर की जा रही जांच
हालांकि, पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि धोखेबाजों ने व्यवसायी को ठगने के लिए कंपनी के नाम का दुरुपयोग किया या फिर कंपनी स्वयं सीधे तौर पर इसमें शामिल थी। अधिकारी ने कहा कि यह शायद पहली बार है कि किसी यूरोपीय देश में स्थित कॉल सेंटर हमारी जांच के दायरे में आया है।

निवेश धोखाधड़ी सामने आने के बाद, केरल पुलिस ने कैपिटलिक्स के नाम पर निवेश घोटाले के बारे में जनता को अलर्ट जारी किया। जांचकर्ताओं ने पाया है कि इसी प्रकार की कई निवेश धोखाधड़ी म्यांमार, कंबोडिया और लाओस के कॉल सेंटरों से जुड़ी हुई हैं। यह अक्सर चीनी सिंडिकेटों से जुड़ी होती हैं।

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