जन सुराज की दूसरी लिस्ट जारी, प्रशांत किशोर का नाम अब भी लिस्ट से बाहर

Bihar Politics : जन सुराज नेता प्रशांत किशोर के चुनाव लड़ने को लेकर कयासों और अटकलों का दौर जारी है. अब जन सुराज की दूसरी लिस्ट भी आ गई है.

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जन सुराज ने 65 प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी. इसके साथ ही अब तक 116 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जा चुकी है. दूसरी सूची में भी जन सुराज गठित करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का नाम नहीं है. अब इस बात के कयास लग रहे हैं कि तीसरी सूची में प्रशांत किशोऱ का नाम होगा और वह राघोपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. राघोपुर सीट से राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव विधायक हैं.  राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर प्रशांत किशोर राघोपुर से चुनाव लड़ते हैं तो बिहार की सियासत में नया अध्याय शुरू होगा. 

बता दें बीते दिनों 11 अक्टूबर को प्रशांत किशोर ने राघोपुर से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत भी कर दी है. जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने तेजस्वी प्रसाद यादव के गढ़ राघोपुर से चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए दावा किया कि वह तेजस्वी को उनके ही क्षेत्र में ' अमेठी जैसी हार' देंगे.  हालांकि अब तक उन्होंने यह नहीं बताया है कि राघोपुर सीट से चुनाव उनकी पार्टी से लड़ेगा कौन? इस सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा था राघोपुर से मिले फीडबैक के आधार पर सबसे उपयुक्त उम्मीदवार तय किया जाएगा. यह कहना अभी संभव नहीं कि वह मैं होऊंगा या कोई और दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि तेजस्वी, फुलपरास विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं. राजद का दावा है कि तेजस्वी के इस दांव से वह ईबीसी मतों को भी पार्टी की ओर आकर्षित करने में सक्षम होंगे.

JDU को कैसे झटका देंगे प्रशांत?
प्रशांत किशोर अगर राघोपुर से चुनाव लड़ते हैं तो यह न सिर्फ राजद बल्कि जनता दल यूनाइटेड के लिए भी राह मुश्किल हो सकती है. इस सीट पर 2020 के चुनाव में 38,174 के अंतर से जेडीयू के सतीश कुमार यादव दूसरे नंबर पर थे.

RJD के लिए क्यों जरूरी है राघोपुर?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर तेजस्वी फुलपरास सीट से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो इसको प्रशांत किशोर द्वारा राघोपुर से चुनाव लड़ने की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा सकता है. प्रशांत किशोर कुछ मौकों पर राघोपुर सीट से चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं. साल 1995 से अभी तक सिर्फ एक बार लालू परिवार और राजद से बाहर के किसी शख्स ने JDU के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता. वर्ष 2010 के चुनाव में शक्ति कुमार यादव ने जीत हासिल की थी. इससे पहले साल 1995 से साल 2005 तक लालू प्रसाद यादव, रबड़ी देवी क्रमशः 1995, 2000 (मुख्य चुनाव में लालू और उपचुनाव में राबड़ी), 2005 राबड़ी देवी, 2015 और 2020 में तेजस्वी ने चुनाव जीता. दूसरी लिस्ट में भी प्रशांत किशोर का नाम न होना, जन सुराज की सियासी चाल के तौर पर देखा जा रहा है. दावा है कि इस सीट पर जन सुराज अपने पत्ते आखिरी वक्त में खोलेगा जो राजद को हैरान कर सकता है. राघोपुर सीट पर पहले और फुलपरास सीट पर दूसरे चरण में मतदान होना है. दोनों ही सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. राघोपुर सीट पर 17 अक्टूबर और फुलपरास में 20 अक्टूबर को नामांकन का आखिरी दिन है.

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