शिवाजी पार्क में साथ नजर आए ठाकरे ब्रदर्स, दीपोत्सव में एकता का संदेश, गठबंधन की चर्चा तेज

मुंबई । महाराष्ट्र (Maharashtra) के राजनैतिक गलियारों में ठाकरे भाइयों (Thackeray brothers) की बढ़ती नजदीकी साफ तौर पर देखी जा रही है। इसी बीच विरोधियों के सामने एकता का मजबूती के साथ प्रदर्शन करने के लिए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राज ठाकरे (Raj Thackeray) शुक्रवार शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में एक साथ दीपोत्सव कार्यक्रम मनाते नजर आए। आगामी बीएमसी चुनावों के ठीक पहले मराठी बहुल दादर इलाके में आयोजित यह कार्यक्रम ठाकरे भाइयों के बीच सुलह का संकेत दे रही थी।

शुक्रवार को सबसे पहले उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे के निज निवास शिवतीर्थ पर जाकर दिवाली थीम कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसके बाद दोनों एक ही कार से शिवाजी पार्क पहुंचे। यहां भीड़ ने दोनों नेताओं का उनके परिवार समेत जोरदार जयकारों के साथ स्वागत किया। उद्धव ने समारोह के दौरान कहा कि आज की दिवाली खास है। मराठी मानुष की एकता और उसका प्रकाश सभी के जीवन में खुशियां लाएगा।

इस कार्यक्रम से पहले शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर लिखा, “छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क एक बार फिर चकाचौंध भरी रोशनी में जगमगाने के लिए तैयार है! ख़ास बात यह है कि इस दीपोत्सव के दौरान होने वाली रोशनी हमारे पार्क की सुंदरता को और बढ़ा देती है, और इसे और भी ख़ास बना देती है।”

इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की कोई राजनैतिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इस कार्यक्रम ने राजनैतिक विश्लेषकों के सामने ठाकरे परिवार की एकता को लेकर कोई संदेह नहीं छोड़ा है।

गौरतलब है कि 1997 से बीएमसी पर अपना दबदबा कायम रखने वाली शिवसेना को टूट के बाद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिवसेना (यूबीटी) के लिए, राज की मनसे के साथ एक संभावित समझौता मराठी वोटों को एकजुट करने में मदद कर सकता है, जो 2005 में अविभाजित शिवसेना से राज के बाहर होने के बाद विभाजित हो गए थे।

विश्लेषकों का कहना है कि मनसे का कुल वोट शेयर सीमित है, लेकिन मराठी भाषी वार्डों में इसका केंद्रित प्रभाव करीबी मुकाबलों में निर्णायक साबित हो सकता है – खासकर मुंबई के लगभग 90 वार्डों में। मनसे और सेना (यूबीटी) दोनों को 2024 के विधानसभा चुनावों में चुनावी झटका लगा, जिसमें मनसे एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। तब से, दोनों नेता कई बार मिल चुके हैं और कथित तौर पर सहयोग का रास्ता तलाश रहे हैं।

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