बी टीम कहने वालों बीजेपी के राज्य में ही मुझ पर हुआ था हमला, बरसाईं थी गोलियां
ओवैसी ने बिहार में जनसभाओं को संबोधित कर सीमांचल न्याय यात्रा का किया समापन
कटिहार। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को बिहार में अपनी पार्टी पर लगने वाले राजग की बी टीम होने के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि कुछ साल पहले बीजेपी शासित राज्य यूपी में उन पर हमला हुआ था, जिसमें वह किसी तरह बच गए थे। ओवैसी ने कहा कि अगर कोई गठबंधन सहयोगी नहीं मिलता तो उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी। ओवैसी ने कटिहार जिले में कई जनसभाओं को संबोधित कर अपनी सीमांचल न्याय यात्रा का समापन किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता के तथाकथित ठेकेदार आरोप लगाते हैं कि हम यहां बीजेपी की बी टीम हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि 2022 में यूपी विधानसभा चुनावों में मेरी कार पर छह गोलियां चलाई गई थीं। ओवैसी ने राजद के नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी ने बिहार में एआईएमआईएम के पांच में से चार विधायकों को खरीद लिया था। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मैंने भारी मन से गठबंधन की कोशिश की।
ओवैसी ने आगे कहा कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने मुझे फोन पर बताया कि लोग इस बात से नाराज हैं कि ओवैसी राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ गठबंधन में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। मैंने कहा कि जो जनता की मर्जी है वह करो।
ओवैसी ने कहा कि हमारी संस्कृति में, जब पिता जीवित होता है तो हम बेटे से बात करने से पहले उससे संपर्क करते हैं। इसलिए इमाम ने राजद प्रमुख लालूजी को पत्र लिखकर सूचित किया कि एआईएमआईएम गठबंधन के लिए तैयार है। बाद में उन्होंने तेजस्वी को भी एक पत्र भेजा। अब, अगर वे जवाब नहीं दे रहे हैं, तो हम क्या कर सकते हैं?
उन्होंने दावा किया कि जब गठबंधन का प्रस्ताव रखा गया तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कहा था कि अगर महागठबंधन सरकार बनाता है, तो एआईएमआईएम की मंत्री पद की कोई मांग नहीं होगी। ओवैसी ने कहा कि हमारी एकमात्र शर्त छह सीटें थीं, क्योंकि हम पहले ही पांच सीटें जीत चुके थे और एक लिखित आश्वासन कि सीमांचल विकास परिषद की स्थापना की जाएगी, लेकिन उनकी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। एआईएमआईएम प्रमुख ने ऐलान किया कि कोई पार्टी गठबंधन न भी करे तो उनकी पार्टी आगामी चुनावों में पूरी ताकत से उतरेगी। उन्होंने कहा कि बाघ कभी झुंड बनाकर नहीं चलता।
उन्होंने राजद नेताओं द्वारा उन्हें बाहरी कहे जाने पर भी नाराजगी जताई और कहा कि मैं किसी और दूसरे ग्रह से नहीं आया हूं। राजद नेताओं को अपने नेता से पूछना चाहिए कि उन्होंने हरियाणा के एक व्यक्ति को राज्यसभा क्यों भेजा। अब देखना है कि ओवैसी के यात्रा और बयानों का चुनाव में लोगों पर क्या असर होता है। पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी या गठबंधन के साथ यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।