Valentine’s Day: लव मैरिज की चाहत और मैरिड लाइफ को बरकरार रखेगा ये उपाय
सुंदर और श्रेष्ठ पति-पत्नी की प्राप्ति और शीघ्र मनचाहे विवाह के लिए देवी भैरवी की साधना उत्तम है। महाविद्या भैरवी की साधना कर लेने से जीवन की सभी तृष्णाएं समाप्त हो जाती हैं। शाम के समय प्रदोषकाल में पूजा घर में दक्षिणपश्चिम मुखी होकर भूरे रंग के आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने लकड़ी के पट्टे पर भूरा वस्त्र बिछाकर उस पर भैरवी यंत्र स्थापित करें। दाएं हाथ में जल लेकर संकल्प करें तत्पश्चात हाथ जोड़कर भैरवी का ध्यान करें।
ध्यान: भावयेच्च महादेवी चन्द्रकोटियुत प्रभाम्। हिमकुन्देन्दु धवलां पञ्चवक्त्रां त्रिलोचनाम्॥
अष्टादश भुजैर्युक्तां सर्वानन्द करोद्यताम्। प्रहसन्नतीं विशालाक्षीं देवदेवस्य सन्मुखीम्॥
देवी भैरवी की विभिन्न प्रकार से पूजा करें। उड़द के आटे से निर्मित दिए में तेल का दीपक करें। देवी पर लाल फूल चढ़ाएं। देवी पर रक्त चंदन से तिलक करें। गूगल की धूप करें और इत्र अर्पित करें। तिल से बने मिष्ठान का भोग लगाएं तत्पश्चात बाएं हाथ में मिश्री की डली लेकर दाएं हाथ से पंचमुखी रुद्राक्ष माला अथवा रक्त चंदन की माला से देवी के इस अदभूत मंत्र का यथासंभव जाप करें।
मंत्र: ह्रीं क्लौं भैरवी क्लौं ह्रीं स्वाहा:।
जाप पूरा होने के बाद मिश्री की डली को रसोईघर में स्थित अन्य शक्कर के डिब्बे में मिला लें। बची हुई सामग्री को जल प्रवाह कर दें। इस साधना से अविवाहितों का शीघ्रता से विवाह होता है। प्रेम में सफलता मिलती है। प्रेमी से विवाह भी संभव हो पाता है तथा जीवनसाथी से दांपत्य सुख की पूर्ण प्राप्ति होती है।