उत्तर कोरिया ने भेजे सैनिक तो बदले में रूस ने क्या किया, दक्षिण कोरिया ने बताई सच्चाई

सियोल: उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में सहायता के लिए अपने सैनिकों को भेजा है, जिसके बदले में रूस ने कोरिया को हवाई रक्षा मिसाइलें प्रदान की हैं। यह जानकारी दक्षिण कोरिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को साझा की। अमेरिका, दक्षिण कोरिया और यूक्रेन का दावा है कि उत्तर कोरिया ने अक्टूबर में 10,000 से अधिक सैनिकों को रूस भेजा था, जिनमें से कुछ हाल ही में युद्ध में शामिल हुए हैं।

रूस ने उत्तर कोरिया के हवाई रक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने में सहायता की है। राष्ट्रपति यूं सुक-योल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिन वोनसिक ने शुक्रवार को एसबीएस टीवी पर एक कार्यक्रम में बताया कि दक्षिण कोरिया ने यह पाया है कि रूस ने प्योंगयांग को मिसाइलें और अन्य उपकरण प्रदान किए हैं, जिससे उत्तर कोरिया को सैन्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होगा।

दक्षिण कोरिया के साथ तनाव की स्थिति

दक्षिण कोरिया के साथ तनाव की स्थिति बढ़ती जा रही है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि प्योंयांग को अपनी हवाई रक्षा क्षमताओं को सुधारने की आवश्यकता है, खासकर पिछले महीने के घटनाक्रम के बाद, जब उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर प्योंगयांग में दुष्पचार से संबंधित सामग्री गिराने का आरोप लगाया था। इस संदर्भ में, उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी थी कि यदि ऐसी घटनाएं दोबारा हुईं, तो वह सैन्य कार्रवाई करने के लिए मजबूर होगा। हालांकि, दक्षिण कोरिया की सेना ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि इन कथित ड्रोन उड़ानों में उसका कोई हाथ था या नहीं।

इस बीच, राष्ट्रपति यूं सुक-योल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिन वोनसिक ने जानकारी दी है कि रूस ने उत्तर कोरिया को आर्थिक सहायता के साथ-साथ विभिन्न सैन्य तकनीकों की पेशकश की है। इनमें कोरियाई राष्ट्र को अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणाली विकसित करने में मदद करने वाली तकनीक भी शामिल है। यह स्थिति क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत कर रही है।

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