37 हजार करोड़ रुपये की 25 परियोजनाओं पर हो रहा है काम, यात्रियों को लाभ
रायपुर: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में छत्तीसगढ़ में रेलवे के विकास कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि राज्य में 37,018 करोड़ रुपये की लागत से 2,731 किलोमीटर लंबाई की 25 रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें से 882 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। यह जानकारी रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल के सवाल के जवाब में दी गई। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पिछले पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ में स्वीकृत रेल परियोजनाओं, उनकी प्रगति, परियोजनाओं के लंबित होने के कारणों और नई ट्रेनों की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी थी। रेल मंत्री ने बताया कि वर्ष 2009-14 की तुलना में 2014-24 के दौरान नई रेल लाइनों के चालू होने में 15 गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2009-14 में केवल 32 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई गई थी, जबकि 2014-24 में 999 किलोमीटर रेल लाइन चालू हुई। रेलवे बजट आवंटन भी 2009-14 में 311 करोड़ रुपये प्रति वर्ष से बढ़कर 2024-25 में 6,922 करोड़ रुपये हो गया है, जो 22 गुना वृद्धि दर्शाता है।
समस्याओं के समाधान के लिए रेलवे द्वारा उठाए गए कदम
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे परियोजनाओं की प्रगति भूमि अधिग्रहण, वन अनुमोदन, राज्य सरकार की लागत साझाकरण, सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं का हस्तांतरण, कानूनी और जलवायु परिस्थितियों जैसी कई बाधाओं पर निर्भर करती है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए रेल मंत्रालय ने कई कदम उठाए हैं जैसे-
- परियोजनाओं को प्राथमिकता देना।
- बजट आवंटन में वृद्धि करना।
- निगरानी तंत्र को मजबूत करना।
- राज्य सरकारों के साथ समन्वय करना।
राज्य में नई ट्रेनों की मांग
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर से जबलपुर, इंदौर, हैदराबाद और जयपुर के लिए नई ट्रेनों की मांग की है। इस पर रेल मंत्री ने कहा कि यात्रियों की मांग, परिचालन व्यवहार्यता और नेटवर्क की जरूरतों के आधार पर नई ट्रेनों का संचालन किया जाता है। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ से 8 नई ट्रेनें शुरू की गई हैं और 8 सेवाओं का विस्तार किया गया है।