एस जयशंकर ने कहा- डोकलाम को लेकर चीन का रुख आक्रामक

नई दिल्ली। सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। पिछले एक महीने से भारत और चीन के बीच सिक्कम क्षेत्र के डोकलाम को लेकर गतिरोध चल रहा है। चीन यहां सड़क निर्माण करना चाहता है जिसे भारतीय सेना ने रोक दिया है। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनातनी जारी है। इस बीच विदेश सचिव एस जयशंकर ने संसद की स्थायी समिति से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा की डोकलाम को लेकर चीन का रुख आक्रामक है और वो सीमा को भी गलत तरीके से पेश कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए राजनयिक चैनल से चीन के साथ बातचीत की कोशिश कर रहा है।

चीन लगा रहा सीमा का गलत अर्थ
जयशंकर ने भरोसा जताया कि इस विवाद पर राजनयिक तरीके से बात करना जारी रखेंगे। विदेश सचिव ने समिति को बताया कि सीमा को लेकर भारत और चीन ने अपनी-अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है लेकिन वे उसका गलत अर्थ लगा रहे हैं, जिसे भारत स्पष्ट करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक एंग्लो-चीनी समझौते के अनुसार वर्ष 1895 से अब तक भारत के रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है। बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान राहुल गांधी, शशि थरूर (पैनल चेयरमैन), सीपीएम के मोहम्मद सलीम, टीएमसी के सौगत बोस और बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी मौजूद थे।
 

Leave a Reply