लालकिले में मिला कारतूसों का ढेर और हैंड ग्रेनेड

नई दिल्ली
लालकिले के अंदर भारी संख्या में राइफल्स के कारतूस और कुछ हैंड ग्रेनेड मिले हैं। पुलिस का कहना है कि ये कारतूस और विस्फोटक एक्सपायरी डेट के हैं। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि एक समय में आर्मी लालकिले के अंदर रहती थी, हो सकता है कि कारतूस और विस्फोटक उसी समय छूटे हों।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, लालकिले में पुरातत्व विभाग की सफाई चल रही है, जिसके चलते कल कारतूसों का ढेर और हैंड ग्रेनेड मिले। ये कारतूस और विस्फोटक ऐसे कोने में मिले हैं जहां आमतौर पर कोई आता-जाता नहीं है। ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें वहां छुपाकर रखा गया था। कारतूस इतने ज्यादा हैं कि एक बार को पुलिस की आंखें भी फटी की फटी रह गईं।

गौरतलब है कि सुरक्षा और राष्ट्रीय अस्मिता के लिहाज से लालकिला बेहद संवेदनशील माना जाता है। उसमें किसी भी वजह से इतनी बड़ी तादाद में कारतूस और हैंड ग्रेनेड का मिलना सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। हाल ही में 26 जनवरी के दौरान उस क्षेत्र की सघन तलाशी ली गई थी। इससे पहले पिछले साल 15 अगस्त को लालकिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हुआ था। 26 जनवरी से पहले पुलिस चप्पे-चप्पे की तलाशी और सुरक्षा व्यवस्था के दावे करती है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतनी भारी मात्रा में कारतूस और विस्फोटक कैसे छुपे रह गए?

बता दें कि 22 दिसंबर 2000 को लालकिले पर आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आतंकियों ने हमला करके एके-47 से अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं, जिसमें तीन जवानों की मौत हो गई थी। उसके बाद भी लालकिले पर आतंकी हमलों की धमकियां मिलती रही हैं। ऐसे में लालकिले के अंदर भारी मात्रा में कारतूस और विस्फोटक मिलना हैरान कर रहा है। डीसीपी (नॉर्थ) जतिन नरवाल ने विस्फोटक मिलने की पुष्टि की है। एनएसजी का बम डिस्पोजल स्क्वॉड मौके पर है। एनएसजी और आर्मी के अधिकारी भी जांच में शामिल हैं।

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