अघोषित आय का पता लगाएं टैक्स अफसर: मोदी

नई दिल्ली  .  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को टैक्स अफसरों से अघोषित आय और बेनामी संपत्ति का पता लगाने के लिए आंकड़ों का उपयोग करने और 2022 तक कर प्रशासन में सुधार के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि ब्लैक मनी से जुड़े डेटा को खंगाला जाए, ताकि कालेधन की जांच सही दिशा में तेजी से आगे बढ़ सके।

मोदी ने अफसरों को डाटा ऐनालिटिकल टूल्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर अधिकारियों के दूसरे सालाना संयुक्त सम्मेलन 'राजस्व ज्ञान संगम' का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (सीबीडीटी) और सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स (सीबीईसी) के अफसर हिस्सा ले रहे हैं।

'जीएसटी का फायदा आम आदमी को मिले'

मोदी ने कहा कि ईमानदार टैक्सपेयर्स से टैक्स अफसर दोस्ताना व्यवहार रखें। केंद्र ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है, जिसमें ईमानदार टैक्स पेयर्स का विश्वास बढ़ सके और करप्शन खत्म किया जा सके। जीएसटी से 2 महीने के भीतर 17 लाख नए व्यापारी अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में आए। आजादी के बाद देश के सबसे बड़े टैक्स सुधार जीएसटी का फायदा आम आदमी तक कम होती कीमतों के रूप में पहुंचना चाहिए। मोदी ने अफसरों को परफॉर्मेंस में सुधार की दिशा में कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि 20 लाख रुपये से नीचे के कारोबार वाले छोटे व्यापारी समेत सभी व्यापारी जीएसटी प्रणाली में रजिस्टर्ड हों।

क्लोज डोर थी बैठक

 

यह बैठक क्लोज डोर थी, लेकिन बाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स (आसीबीईसी) ने ट्वीट कर जानकारी दी। बैठक में मोदी ने कहा कि अधिकारियों को कोशिश करनी चाहिए कि टैक्स देने के लिए भारत में अनुकूल माहौल बनाया जाए, ताकि लोग सही तरीके से टैक्स दे सकें। देश का टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन मजबूत करने के लिए अफसरों को 2022 के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय करने चाहिए।

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