अमित शाह व नकवी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज

कांग्रेस पर विवादित बयान ने बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं पर भारी पड़ गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मानहानि का केस दर्ज किया गया है। दालत ने मामले की सुनवाई के लिए 4 नवबंर की तारीख तय की है। दोनों ने हिमाचल प्रदेश में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस का हाथ, आतंकवाद के साथ का नारा दिया था। जिसके बाद दोनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

कांग्रेस कार्यकर्ता ने दी याचिका

लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता गंगा सिंह ने अदालत में दायर अपनी याचिका में बताया है कि उन्हें समाचार पत्रों से पता चला कि भाजपा की ओर से वक्तव्य दिया गया है कि कांग्रेस का हाथ, आतंकवाद के साथ। याचिका में कहा गया है कि किसी के लिए व्यक्तिगत बयान देना तो ठीक है, लेकिन कांग्रेस प्रतिष्ठित कार्यकर्ताओं का समूह है। समूची कांग्रेस को आतंकवाद समर्थक बताने पर करोड़ों कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं। इससे उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। यही कारण है कि दोनों के खिलाफ शिकायत दी गई है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा हैं, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी व अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार में लगे हैं।

संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद आया था बयान
25 अक्तूबर को एटीएस ने आईएस के दो संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आतंकी कासिम टिंबरवाला की पहचान अंकलेश्वर के अस्पताल कर्मचारी के रूप में हुई है। वहीं दूसरा आतंकी उबैद पेशे से वकील है। बीजेपी का आरोप है कि जिस अस्पताल से कासिम की गिरफ्तारी हुई उससे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अहमद पटेल पर गंभीर आरोप लगाए थे। इतना ही नकवी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कार्रवाई करने की बजाय कांग्रेस बीजेपी पर राजनीति का आरोप लगाने में व्यस्त है। इससे अहमद पटेल पर और भी अधिक सवाल उठते हैं। हम राजनीति नहीं कर रहे हैं यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है। आतंकवाद का मुद्दा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है, देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी हमारी हमेशा स्पष्ट नीति रही है। हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि राष्ट्र के सुरक्षा से जुड़े इस मसले पर उनका क्या कहना है?

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