आंध्र प्रदेश: जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस हादसा या साजिश?

आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के कुनेरू स्टेशन के पास शनिवार रात जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन और सात कोच के पटरी से उतर जाने से 32 लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा कैसे हुआ हालांकि इसके बारे में तो अभी तक पता नहीं चल सका है पर रेल मंत्रालय के इस हादसे के पीछे साजिश से इनकार नहीं किया है।

 

रेलवे सूत्रों का कहना है कि यह हादसा पटरियों को नुकसान पहुंचाने और रेलवे ट्रैक पर तोड़फोड़ की आशंका को खारिज नहीं किया है। यह हादसा शनिवार रात करीब 11 बजे हुआ जब ट्रेन भुवनेश्वर जा रही थी। यह हादसा कुनेरू स्टेशन रायगड़ा से 35 किलोमीटर दूर विजयनगरम में हुआ है और यह इलाका माओवाद से प्रभावित है।

एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक, जहां यह हादसा हुआ है वह नक्सल प्रभावित इलाका है और गणतंत्र दिवस के नजदीक आते ही पटरी के साथ छेड़छाड़ की आशंका है। बताया जा रहा है कि एक मालगाड़ी इसी पटरी से सुरक्षित ढंग से निकल गई थी। इतना ही नहीं वहां गश्त करने वाले शख्स ने भी पटरी की जांच की थी। जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन के चालक का कहना है कि ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले उसने पटाखे जैसी आवाज सुनी थी।

इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण जिन्होंने प्रियजनों को खो दिया है मैं उनके साथ हूं। यह त्रासदी दुखद है। मैं हादसे में घायल होगा के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करूंगा। रेल मंत्री इस हादसे पर बारीकी से स्थिति पर नजर रखे है और जल्द राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।

ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने बताया कि कुनेरू स्टेशन के समीप 18448 जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के नौ डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गये। मिश्रा ने बताया कि मौके पर पहुंचे डॉक्टरों के एक दल ने अब तक 32 यात्रियों के मारे जाने की पुष्टि की है। रायगढ़ा के उप जिलाधीश मुरलीधर स्वैन ने बताया कि घायलों की संख्या 100 के करीब हो सकती है। कई लोगों के ट्रेन के क्षतिग्रस्त डिब्बों में फंसे होने के कारण हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

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