कूटनीतिक संबंध तोड़ने का अरब देशों के नागरिकों पर नहीं पड़ेगा प्रभाव

रियाद: कतर ने कहा है कि हाल ही में उससे कूटनीतिक संबंध तोडऩे वाले देशों के नागरिक उसके यहां रहने के लिए आजाद हैं, उन्हें लेकर नीतियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।  


सरकारी समाचार एजेंसी क्यूएनए ने गृह मंत्रालय के हवाले से कल कहा कि कतर से पूर्ण अथवा आशंकि रूप से राजनयिक संबंध खत्म करने वाले देशों के नागरिक उसके यहां आराम से रह सकते हैं। मंत्रालय के अनुसार कूटनीतिक संबंध तोड़ने के घटनाक्रम के बाद ऐसे देशों के नागरिकों के लिए हमने अपनी नीतियों में कोई बदलाव नहीं लाया है। वे वर्तमान कानून के तहत हमारे यहां रह सकते हैं। 


उन्हें देश से जाने के लिए नहीं कहा जाएगा। मीडिया के अनुसार कतर पर आतंकवाद से संबंधित लगे सभी आरोप आधारहीन हैं। आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई उससे राजनयिक संबंध खत्म करने वाले देशों की तुलना में कहीं अधिक तेज है। उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब,बहरीन,मिस्र ,संयुक्त अरब अमीरात, यमन, लीबिया और मालदीव ने सोमवार को कतर से राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए थे। 


इन देशों ने यह कदम कतर द्वारा आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने और ईरान से उसके रिश्तों को लेकर उठाया है। सबसे पहले बहरीन ने कतर से अपने कूटनीतिक संबंध तोड़ने का एेलान किया। इसके बाद अन्य देशों ने राजनयिक रिश्ता खत्म करने का फैसला किया। इन देशों ने कतर पर अल कायदा, इस्लामिक स्टेट और मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे गुटों का समर्थन करने और खाड़ी के देशों में गड़बड़ी पैदा करने का आरोप लगाया है। कतर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

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