गोवा : मुख्यमंत्री पारसेकर को अपने ही घर में मिली मात
२०१२ में गोवा में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया और पर्रिकर को राज्य की कमान सौंपी गई. लेकिन पर्रिकर को बाद में केंद्र की राजनीति में रक्षा मंत्रालय की कमान सौंपी गई और मुख्यमंत्री की खाली पड़ी कुर्सी के लिए मेंड्रम विधानसभा से विधायक लक्ष्मीकांत पारसेकर को गोवा का नया मुख्यमंत्री बनाया गया. अब ताजे विधानसभा चुनाव में लक्ष्मीकांत को पराजय का मुंह देखना पड़ा है.
वे तीन बार मेंड्रम से विधायक रह चुके हैं. उप मुख्यमंत्री डिसूजा जीते हालांकि, उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने मापुसा सीट पर महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी विनोद फडके को ६८०६ वोट से हरा दिया है. फडके गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव भी हैं.
गोवा : मुख्यमंत्री पारसेकर को अपने ही घर में मिली मात
बीजेपी के ये नेता भी जीते बीजेपी के दो अन्य उम्मीदवार प्रवीण जयंते और माइकल लोबो ने भी क्रमश: मायेम और कलंगुटे सीटों पर जीत दर्ज की. जयंते ने कांग्रेस के संतोष सावंत को ४९७४ वोट से, लोबो ने कांग्रेस उम्मीदवार जोसेफ सिक्वेरिया को ४४६० वोट से हराया. कांग्रेस के फ्रांसिस सिलवेरिया ने सेंट आंद्रे सीट पर जीत दर्ज की है. उन्होंने भाजपा के रामराव वाघ को ५०७० वोट से हराया.
मनोहर पर्रिकर के इस्तीफा के बाद बने सीएम
गोवा में २०१२ में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत की सरकार बनाई थी. मनोहर पर्रिकर के केंद्र की राजनीति में जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में मुख्यमंत्री की खाली पड़ी कुर्सी के लिए मेंड्रम विधानसभा से विधायक लक्ष्मीकांत पारसेकर को गोवा का नया मुख्यमंत्री बनाया गया.
३ बार विधायक रह चुके हैं पारसेकर
गोवा के परनेम ताल्लुका के हर्मल गांव में जन्मे ६३ वर्षीय पारसेकर को २०१४ के नवम्बर में गोवा का मुख्यमंत्री बनाया गया था. पारसेकर ने एमएससी हैं. वह हर्मल के एक स्कूल में प्रिंसिपल भी रहे हैं. मुख्यमंत्री बनाने जाने से पहले वह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रहे. इसके अलावा वो आरएसएस के भी काफी करीब रहे हैं.
४० सीटों के लिए ८५ फीसदी मतदान
गोवा विधानसभा की ४० सीटों के लिए ४ मार्च २०१७ को वोट डाले गए थे. कभी राजनितिक अस्थिरता के लिए परिचित गोवा में ११ लाख ६ हजार वोटर हैं. इस साल गोवा के ८५ फीसदी उम्मीदवारों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. पिछले विधानसभा चुनाव में ८३ फीसदी मत पड़ा था.