चंडीगढ़ छेड़छाड़ केस: CCTV पर पुलिस की चुप्पी, पीड़ित परिवार भी परेशान

चंडीगढ़ .  हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला के खिलाफ छेड़छाड़ मामले में पुलिस की कार्रवाई और रवैये पर सवाल उठ रहे हैं। सोमवार शाम पुलिस का पक्ष रखने के लिए चंडीगढ़ एसएसपी ईश सिंघल प्रेस के सामने हाजिर जरूर हुए, लेकिन उन्होंने मीडिया के सभी सवालों का जवाब नहीं दिया। खास तौर पर सीसीटीवी फुटेज से जुड़े अहम सवालों पर उन्होंने कन्नी काट ली। हालांकि सिंघल ने मामले में राजनीतिक दबाव होने की बात को खारिज किया। उधर सीसीटीवी फुटेज कथित तौर पर गायब होने की बात से पीड़ित परिवार को भी धक्का लगा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी सिंघल ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस बिना किसी दबाव के काम करने वाली एजेंसी है। उन्होंने कहा, 'हम किसी दबाव में नहीं हैं, अगर दबाव होता तो पहले ही दिन हम एफआईआर दर्ज क्यों करते?' केस में किडनैपिंग की धारा न जोड़े जाने से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो और धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। यह जानकारी भी सामने आई थी कि जिस इलाके में छेड़छाड़ हुई, वहां के सीसीटीवी फुटेज ही गायब हैं। इसी आधार पर यह कहा जा रहा है कि पुलिस आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है। इस बारे में सवाल पूछे जाने पर सिंघल ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'वारदात वाले रूट पर जो भी सीसीटीवी लगे हैं हम उनकी छानबीन कर रहे हैं।'

इस दौरान सिंघल ने यह भी कहा कि मामले की हर ऐंगल से जांच की जा रही है और हर केस अलग होता है, उसकी किसी दूसरे केस से तुलना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा, 'इस केस को एक मीडिया ट्रायल न बनाएं, इसे साधारण तरीके से चलने दीजिए। जो भी अपडेट होगा हम रोज देते रहेंगे।' पत्रकार कई और सवाल पूछना चाहते थे, लेकिन सिंघल प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर के चलते बने। 

पीड़ित परिवार इसलिए परेशान 

सीसीटीवी के कथित तौर पर पर गायब होने की बात से पीड़ित परिवार को भी धक्का लगा है। साथ ही जिस तरह से सोशल मीडिया पर परिवार की बेटियों को लेकर कॉमेंट किए जा रहे हैं, उससे भी परिवार के लोग परेशान हैं। परिवार की ओर से कहा गया है कि इंसाफ देना राज्य का काम है। जांच में उनकी तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा और विरोधी भी इसमें दखल न दें। पीड़िता ने पिता आईएएस वीएस कुंडू ने कहा, 'मुझ पर किसी का दबाव नहीं है। जांच प्रक्रिया में चीजें बदलती हैं। पुलिस जब कोर्ट में चालान पेश करेगी तब अगर मुझे लगा कि कोई चीज सही नहीं है तो मैं वहां अपनी बात रखूंगा।' उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी को छोड़, उनके पास कई राजनीतिक दलों के नेता आए थे। कुंडू ने कहा, 'मैंने सभी नेताओं से निवेदन किया कि इसमें राजनीति को शामिल न करें। सिर्फ बीजेपी की तरफ से कोई संदेश नहीं मिला।'

Leave a Reply