चुनावी तनाव दरकिनार कर पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगी ममता बनर्जी
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनावी कड़वाहट भुलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगी. लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली थी. दोनों दलों के नेताओं ने कई विवादास्पद बयान दिए और एकदूसरे पर आरोप लगाए थे. ऐसे में माना जा रहा था कि ममता शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी. हालांकि, ममता 30 मई को नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के तौर पर दोबारा शपथ लेने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी. इस संबंध में उनका कहना है कि एक राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर पीएम के शपथ ग्रहण में शामिल होंगी.
तमिल सिनेमा के तीन दिग्गज अभिनेता आमंत्रित
तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं रजनीकांत और कमल हासन को आमंत्रित किया गया है. हासन की मक्कल नीधि मय्यम पार्टी ने पहली बार लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया था और रजनीकांत ने दिसंबर 2017 में राजनीति में आने के बारे में की गई घोषणा को अभी तक औपचारिक रूप नहीं दिया है. दोनों ही अभिनेताओं से जुड़े करीबी सूत्रों ने बृहस्पतिवार को होने वाले मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रण मिलने की जानकारी दी लेकिन अभिनेताओं के हिस्सा लेने के बारे में जानकारी नहीं दी.
शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक समूह के नेता आमंत्रित
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सरकार ने बिम्सटेक (बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, बिम्सटेक देश के नेताओं को आमंत्रण सरकार की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत दिया गया है. बिम्स्टेक समूह में बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यामां, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड शामिल हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ के वर्तमान अध्यक्ष एवं किर्गिस्तान के राष्ट्रपति तथा मारीशस के प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण समारोह के लिये आमंत्रित किया गया है. मारीशस के प्रधानमंत्री इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस पर मुख्य अतिथि थे.
30 मई को शाम 7 बजे शपथ लेंगे पीएम मोदी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. गौरतलब है कि मोदी भाजपा के ऐसे पहले नेता हैं जिन्हें प्रधानमंत्री के रूप में पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार इस शीर्ष पद के लिए चुना गया है. साथ ही जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी पूर्ण बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में पहुंचने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस देशों के शासनाध्यक्षों को आमंत्रित किया गया था. इसमें तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर नवाज शरीफ शामिल हुए थे.