छात्रों को मोदी का मंत्र, परीक्षा को तनाव नहीं उत्सव की तरह लें

2017 में पहली बार और पांच राज्यों में चुनाव से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। आकाशवाणी पर प्रसारित अपने 28वें कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस की बधाई दी और कहा लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धाता एक तरह का संस्कार उत्सव है। उन्होंने कहा कि देश में नागरिक अधिकारों के साथ ही नागरिकों के कर्तव्यों पर भी बात होनी चाहिए। पीएम मोदी ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। इस दौरान पीएम लोगों से अपील की कि वे महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि पर दो मिनट मौन रखें।

पीएम ने कहा कि 30 जनवरी को सुबह 11 बजे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जिन शहीदों और जवानों को पुरस्कार मिला है उन्हें खोजें और उनकी अच्छी बातों को अपने दोस्तों तक पहुंचाएं। कश्मीर में हिमस्खलन की वजह से शहीदों हुए जवानों को भी पीएम ने नमन किया।

बच्चों के 10 और 12वीं की परीक्षा पर पीएम मोदी ने कहा कि कई वर्षों से मैं जहां गया जिससे मिला वहां देखा कि परीक्षा की वजह से परिवार परेशान, बच्चे परेशान, शिक्षक परेशान दिखे। इसलिए आज युवा साथियों से विस्तार से बातें करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि परीक्षा अपने आप में एक खुशी का अवसर होना चाहिये, परीक्षा एक उत्सव है, परीक्षा को ऐसे लीजिए जैसे मानों त्योहार है। समाज की ताक़त की भी अनुभूति उत्सव के समय होती है। जो उत्तम से उत्तम है वो प्रकट होता है ।

प्रधानमंत्री ने छात्रों को मंत्र देते हुए कहा कि जितनी ज़्यादा ख़ुशी से इस समय को बिताओगे, उतने ही ज़्यादा नंबर पाओगे। उन्होंने बताया कि Memory Recall करने की सबसे बड़ी अगर कोई औषधी है, तो वो रिलैक्शेसन है।

 

इससे पहले सरकार ने मन की बात के अगले एपिसोड की मंजूरी लेने के लिए चुनाव आयोग से संपर्क किया था क्योंकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वहां आदर्श आचार संहिता लागू है। इन राज्यों में चार फरवरी और आठ मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि आयोग ने इस कार्यक्रम को मंजूरी देते हुए कहा कि आचार संहिता के प्रभावी होने के मद्देनजर उसे इस पर कोई ऐतराज नहीं है। आयोग ने कार्यक्रम प्रसारित होने से पहले इसके प्रचार की भी इजाजत दे दी है। आयोग ने कहा कि मंजूरी इस शर्त के साथ है कि इसमें ऐसा कुछ नहीं कहा जाएगा जिसकी व्याख्या वोटरों को प्रभावित करने के रूप में की जा सके या चुनाव वाले राज्यों में इसका प्रभाव पड़े। सरकार विधानसभा चुनावों के दौरान इस रेडियो कार्यक्रम के वास्ते मंजूरी लेने के लिए चुनाव आयेग से संपर्क करती रही थी।

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