जवान के मां-बाप से मारपीट और चाकुओं से हमला, ऑडियो क्लिप वायरल
वायरल ऑडियो क्लिप में नीतिश ने कहा कि मेरे रिश्तेदार ही मेरे परिवार के दुश्मन बने हुए है। मेरे परिवार को गांव में सरेआम बुरी तरह पीटा गया। किसी के माता-पिता को बुरी तरह से पीटे तो उसके बेटे पर क्या बीतेगी। यह आप अच्छी तरह से जानते हो। मैं अब बॉर्डर पर देश की चिंता करो या घर पर मौजूद बुजुर्ग मां-पिता की। इस मामले के बाद बहुत मानसिक तनाव से गुजर रहा हूं। इस हालत में मैं कैसे डयूटी कर सकता हूं।
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शुक्रवार को दोपहर को वह गाड़ी किराए पर लेने के लिए जा रहा था तो पीछे से उनके भाई कृष्ण, उसके बेटों व महिलाओं ने उस पर चाकू से हमला बोल दिया। जब बीच- बचाव के लिए उसकी पत्नी आई तो उसे भी पीटा। इसके साथ पुत्र वधू के साथ भी मारपीट की। घायलों को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। भट्टूकलां एसएचओ राजेश कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस संदर्भ में एसपी नरवाल व डीएसपी से भी बात हुई।
अधिकारियों ने उसे पूरी मदद का भरोसा तो दिया, लेकिन परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित नीतिश ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप डालकर लोगों से भी मदद की गुहार लगाई है। वहीं इस बारे में जब डीएसपी गुर दयाल सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फौजी का फोन आते ही तुरंत पुलिस टीम को गांव में भेजा गया था। भट्टू पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी, वो जरूर की जाएगी।
ऑडियो क्लिप में यह संदेश दिया है नीतिश नेदोस्तों, नमस्कार, मेरा नाम नीतिश कुमार है। मैं भारतीय थल सेना में जॉब करता हूं। मैं आप लोगों को अपनी एक समस्या बताना चाहता हूं। मैं काफी परेशान हूं, क्योंकि मैं यहां नौकरी कर रहा हूं और मेरा परिवार, मेरे मदर-फादर घर पर सुरक्षित नहीं हैं। मैं गांव बनगांव का रहने वाला हूं, डिस्ट्रिक्ट फतेहाबाद का। मेरी परेशानी का असल कारण कल हुआ एक हादसा है।
मेरे ही परिवार के लोग हैं, मेरे ताऊ जी कृष्ण कुमार, उनकी फैमिली, पड़ोसी रामस्वरूप का परिवार। इन लोगों ने हमारा जीना बेहाल कर रखा है। मैंने अपने बच्चे और भाई के बच्चे भी बाहर भेज रखे हैं ताकि वे सही ढंग से पढ़ सकें और रोज के झगड़ों से दूर रहें। फिर भी ये लोग बाज नहीं आ रहे हैं। कल इन्होंने मेरी भाभी जी, मेरी मम्मी को घर में घुसकर जानवरों की तरह पीटा है। मेरे मां-पिता की उम्र 70 साल के करीब हैं। घर से घसीट कर बाहर निकाला और पीटा।
मेरे फादर साहब गाड़ी लेने के लिए बाहर निकले तो उनको भी बुरी तरह से पीटा। आप सोच सकते हो कि बुजुर्ग जिनकी उम्र 70 साल हो, उनके जवान बेटों पर क्या गुजरेगी, जब उनको बीच सड़क पर गांव में पीटा जाए। ये लोग बाज नहीं आ रहे। मैंने पहले भी अपनी यूनिट के सहारे अधिकारियों से बात की थी। फिर भी हर साइड से दुखी कर रहे हैं। बीते दिन हद पार कर दी। सिविल अस्पताल में मेरे मम्मी-पापा एडमिट हैं।
अब बताइए मैं कैसे ड्यूटी करूं। मेरा मन परेशान है। डीएसपी और एसपी साहब से कल बात हुई है, उन्होंने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मुझे विश्वास है कि पुलिस उचित कार्यवाही करेगी।