दिवाली की रात बेचैन रहा राम रहीम, मिठाई लेने-दीये जलाने से किया इनकार

रोहतक.एक साथ डेढ लाख दीये जलाकर रिकॉर्ड बनाने वाले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम की जेल में यह पहली दिवाली थी। वह अपनी बैरक रात भर बेचैन दिखा। जेल के सूत्रों ने Dainikbhaskar.com को बताया कि दिवाली के दिन जेल प्रशासन की तरफ दी जाने वाली मिठाई लेने से बाबा ने इनकार कर दिया। बता दें कि बाबा दो साध्वियों के साथ रेप मामले में 20 साल की सजा काट रहा है। वह यहां के सुनारिया जेल में बंद है। चार दिन पहलेपरिवार की दीमिठाई जरूर खाई बाबा ने…

– जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक दिवाली पर जेल में कैदी और बंदियों के लिए एक प्रोग्राम किया गया। इस दौरान सभी कैदियों को मिठाई बांटी गई, लेकिन गुरमीत ने लेने से इनकार कर दिया। न दिये जलाए और न मोमबत्ती जलाई।

– बाद में ऐसा कहा गया कि बाबा ने शुगर की वजह से मिठाई खाने से इनकार कर दिया। वहीं, जानकारी यह भी मिली है कि दिवाली से चार दिन पहले गुरमीत राम रहीम का परिवार उसे जेल में मिठाई देकर गया था, जो उसने जरूर खाई।

टूट गया सबसे ज्यादा दीये जलाने का रिकॉर्ड

– ऐसा कहा जाता है कि बाबा को दिवाली के मौके पर दिए जलाने का बहुत शौक था। डेरे के पूर्व साधु हंसराज ने मीडिया को बताया था कि धूमधाम से दिवाली मनाने की जिम्मेदारी हनीप्रीत को दी जाती थी। इसके लिए वह 'दीपों वाली लड़कियों' का अरेंजमेंट करती थी। गुफा के बाहर इन लड़कियों को थाल में जलते हुए दीये लेकर खड़ा किया जाता था और इसी दौरान बाबा एक खास ड्रेस में निकलता था।

– इस तरह बाबा ने 23 सितंबर 2016 को 1.5 लाख दिए जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया था।

– अब इस रिकॉर्ड को उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को सरयू नदी तट पर 1.7 लाख दिए जलाकर तोड़ दिया है।

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम​ और हनीप्रीत के बारे में और जानकारियां

1) 39 दिन गायब रहने के बाद अरेस्ट हुई थी हनीप्रीत इंसां

– राम रहीम को रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद हनीप्रीत बाबा गुरमीत राम रहीम के साथ पुलिस के हेलिकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल पहुंची थी। इसके बाद से हनीप्रीत इंसां गायब थी। डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां ने कहा था कि हनीप्रीत इंसां 25 अगस्त की रात को उसके साथ डेरा सच्चा सौदा सिरसा आई थी। इसके बाद अगले दिन वह वहां से निकल गई। 39 दिन उसका कोई अता-पता नहीं चला। 3 अक्टूबर को हनीप्रीत को सुखदीप कौर नाम की महिला के साथ अरेस्ट किया गया था।

 

2) पहली पेशी पर हनीप्रीत बोली- बेगुनाह को रिमांड पर भेजा

– 4 अक्टूबर को हनीप्रीत को कोर्ट में पेश किया गया था। हनीप्रीत इंसां के वकील के मुताबिक, “25 अगस्त के बाद जो घटनाएं हुई हैं, उनमें हनीप्रीत का कोई हाथ नहीं है। उसे जानबूझकर इसमें फंसाया जा रहा है। इतने दिन तक अंडरग्राउंड रहने की वजह के बारे में उसने कहा कि वह डिप्रेशन में थी।"

 

3) क्या हुआ था पंचकूला हिंसा में?

– दो साध्वियों से रेप के मामले में 25 अगस्त को राम रहीम को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने दोषी करार दिया था। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा के फॉलोअर्स ने हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में हिंसा शुरू कर दी थी। पंचकूला में फॉलोअर्स ने गाड़ियां फूंकी, पेट्रोल पंप जलाया, सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में आगजनी की। सिरसा का भी यही हाल था। हिंसा में 41 लोगों की जान गई, इनमें 36 की जान केवल पंचकूला में ही गई थी।

 

4) प्रियंका तनेजा कैसे बनी हनीप्रीत इंसां?

– हनीप्रीत इंसां के पिता रामानंद तनेजा और मां आशा तनेजा फतेहाबाद के रहने वाले हैं। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है।

– हनीप्रीत के पिता राम रहीम के फॉलोअर थे। वे अपनी सारी प्रॉपर्टी बेचने के बाद डेरा सच्चा सौदा में अपनी दुकान चलाने लगे। 14 फरवरी 1999 को हनीप्रीत और विश्वास गुप्ता की सत्संग में शादी हुई। इसके बाद बाबा ने हनीप्रीत को अपनी तीसरी बेटी घोषित कर दिया। हनीप्रीत राम रहीम के प्रोडक्शन में बनी फिल्मों में एक्टिंग और डायरेक्शन भी कर चुकी है।

 

5) रेप केस में राम रहीम को कितनी सजा, कोर्ट ने क्या कहा था?

– 28 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम को दो साध्वियों का रेप करने के केस में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज जगदीप सिंह लोहान ने 10-10 साल की सजा सुनाई थी। सजा के एलान के दिन राम रहीम ने अपने ‘अच्छे काम’ गिनाने के लिए सोशल वर्क्स की बुकलेट भी कोर्ट रूम में पेश की, लेकिन जज ने कहा कि ऐसे शख्स के लिए कोई रहमदिली नहीं दिखा सकते। अपने 9 पेज के ऑर्डर में जज ने कहा- जिसने अपनी साध्वियों को ही नहीं छोड़ा और जो जंगली जानवर की तरह पेश आया, वह किसी रहम का हकदार नहीं है।

Leave a Reply