दोस्ती:भारत देगा बांग्लादेश को 4.5 अरब डॉलर का कर्ज,हुए ये 22 समझौते

भारत ने बांग्लादेश के साथ अपने रिश्तों को क्षेत्र की जनता की खुशहाली एवं समृद्धि के लिये समर्पित करते हुए 4.5 अरब डॉलर का आसान कर्ज देने और परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के लिये सहयोग सहित 22 समझौतों पर हस्ताक्षर किये तथा कोलकाता से खुलना के लिये बस एवं रेल सेवा और राधिकापुर-बीरोल रेललिंक का उद्घाटन किया। 

रक्षा क्षेत्र में हुए समझौते
– तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टॉफ कॉलेज और बांग्लादेश के मीरपुर स्थित डिफेंस सर्विसेज कमान एंड स्टॉफ कॉलेज के बीच रणनीतिक सहयोग बढ़ाना। 
– बांग्लोदश और भारत के डिफेंस कॉलेज के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करना। 
– रक्षा क्षेत्र में कर्ज सुविधा 50 करोड़ डॉलर तक बढ़ाना।
– बाह्य अंतरिक्ष का शांतिपूर्ण कार्यों के लिए इस्तेमाल से जुड़े तीन अहम करार शामिल हैं।

परमाणु सहयोग के क्षेत्र समझौते
– दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण कार्यों के लिए परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल 
– परमाणु संयत्रों के नियमन और सुरक्षा के लिए तकनीक सहयोग के दो अहम समझौते किए गए।

साइबर अपराधों से निबटने के लिए समझौते
– दोनों देशों ने इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आपदा मोचन बलों के बीच सहयोग बढ़ाना

– परस्पर व्यापार को प्रोत्साहित करने और सुगम बनाने के लिए एक दूसरे के सीमा क्षेत्र में सीमा हाटों के निर्माण पर भी कुछ अहम समझौते किए गए।

न्यायिक क्षेत्र में किए गए समझौते
– प्रशिक्षण और क्षमता विकास
– भू-विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास में सहयोग
– नौवहन सेवाओं के विस्तार
– जन संचार में सहयोग
– कोलकाता और खुलना के बीच सड़क संपर्क और थर्ड लाइन क्रेडिट विस्तार
– बांग्लादेश में 36 सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र स्थापित करने के लिए वित्तीय साझेदारी के भी समझौते किए।

पीएम मोदी ने क्या कहा…

मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ हमारी साझेदारी को लेकर बहुत सार्थक एवं व्यापक चर्चा हुई है। हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि हमारे सहयोग का एजेंडा उद्देश्यपूर्ण कदमों पर केंद्रित होगा। हमने नये अवसरों खासकर उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अवसरों को खोजने और उन पर आगे बढ़ने का फैसला किया है जो हमारे युवाओं को आपस में जुड़ने में मदद करते हैं। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग एवं अन्य क्षेत्र शामिल हैं। 

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को भारत से मिलने वाली 600 मेगावाट विद्युत में 60 मेगावाट आज से और जुड़ गया है। बंगलादेश को 500 मेगावाट और बिजली दी जाएगी। भारत इसके साथ ही नुमालीगढ़ से पार्बतीपुर के बीच डीज़ल पाइप लाइन के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता देगा और जब तक पाइप लाइन नहीं बनती तब तक एक दीर्घकालिक समझौते के तहत हाई स्पीड डीज़ल की आपूर्ति की जायेगी। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने तथा 2021 तक सभी को ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने में साझीदार बनना चाहेगा। 

कनेक्टिविटी के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय विकास साझेदारी की सफलता तथा क्षेत्रीय समृद्धि के लिये कनेक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण है। आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ मिलकर कई लिंक खोले गये हैं। राधिकापुर-बीरोल तथा कोलकाता-खुलना बस एवं ट्रेन सेवाओं के शुरू होने के अलावा तटीय शिपिंग करार को आगे बढ़ाने, दोनों ओर से माल की आवाजाही तथा बीबीआईएन मोटर वाहन समझौते के शीघ्र अमल में आने की उम्मीद है। 

उन्होंने सीमावर्ती हाट खोलने के समझौते को सीमावर्ती इलाकों के लोगों के सशक्तीकरण एवं आजीविका के लिये आवश्यक बताया। उन्होंने भारत में बांग्लादेश के 1500 सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 1500 न्यायिक अधिकारियों को भारतीय अकादमियों में प्रशिक्षण दिये जाने की घोषणा की। आर्थिक साझेदारी को क्षेत्रीय आबादी की समृद्धि के लिये आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोगों को मज़हबी कट्टरवाद एवं उग्रवाद से बचाया जा सकेगा। यह खतरा न केवल बांग्लादेश और भारत बल्कि समूचे दक्षिण एशिया के लिये विकराल होता जा रहा है। उन्होंने हसीना की सरकार की आतंकवाद से कोई समझौता नहीं करने की नीति की सराहना की और कहा कि यह नीति हम सबके लिये प्रेरणादायी है। उन्होंने रक्षा संबंधों में दोनों देशों के बीच आज हुए फ्रेमवर्क समझौते तथा बंगलादेश की रक्षा संबंधी खरीद के लिये 50 करोड़ डॉलर का आसान ऋण दिये जाने की घोषणा की। 

तीस्ता एवं जल संबंधी मुद्दों पर मोदी ने कहा कि नदियां हमारे लोगों की आजीविका एवं जीवन के लिये बहुत अहम हैं। तीस्ता का मुद्दा, भारत, बंगलादेश एवं हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री आज मेरी सम्मानीय मेहमान हैं। मैं जानता हूं कि बांग्लादेश के लिये उनकी भावनायें वैसी ही हैं जैसी मेरी। मैं हमारी प्रतिबद्धता एवं सतत प्रयासों के प्रति आपको एवं बंगलादेश की जनता को आश्वस्त करता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि मेरी सरकार और आपकी सरकार तीस्ता जल बंटवारे का जल्द समाधान खोज लेंगी।'

प्रधानमंत्री ने बंगबंधु  पर संयुक्त रूप से एक फिल्म बना कर उनके जन्मशती के मौके पर 2020 में रिलीज़ किये जाने तथा बंगलादेश मुक्ति संग्राम के 2021 में 50 साल पूरे होने एक वृत्तचित्र बनाये जाने का भी एलान किया।

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