पत्थरबाजों की मदद से भागा आतंकी जाकिर मूसा?
नई दिल्ली . हिजबुल मुजाहिद्दीन का पूर्व कमांडर जाकिर मूसा शायद सुरक्षा बलों को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया है। सुरक्षा बलों को खबर मिली थी वह शुक्रवार शाम को अपने त्राल के नूरपुरा के अपने पैतृक इलाके के एक घर में छुपा हुआ है।
सुरक्षा बलों को खबर मिली थी कि मूसा अपने सहयोगी के साथ एक घर में मौजूद है। जब सुरक्षा बल वहां पहुंचे तो पत्थरबाजों ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की। स्थानीय पत्थरबाज मूसा और उसके सहयोगी को वहां से भागने में मदद करने की कोशिश करने लगे। कुछ घंटों बाद पत्थरबाजी रुक गई।
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ऐसा इसलिए हुआ होगा कि शायद आतंकवादियों ने पत्थरबाजों को यह संदेश दे दिया होगा कि वे भागने में कामयाब हो गए हैं। जिस घर में मूसा के होने का संदेह था वहां से कोई गोलीबारी नहीं हुई। सुरक्षाबलों ने हालांकि अपनी ओर से पुख्ता तैयारी कर रखी थी। अगर आतंकवादी घर से भागकर निकलने में कामयाब हो जाते तो उन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने चार गांवों की घेराबंदी कर रखी थी। इसमें पीर मोहल्ला, शाह मोहल्ला, डागरपुरा और नूरापुरा शामिल थे।
पुलिस ने कहा कि नूरपुरा में घेराबंदी जारी रहनी चाहिए। हालांकि इस बीच रिपोर्ट्स हैं कि मूसा सुरक्षाबलों को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया है लेकिन इसकी आधिकारिक सूचना अभी नहीं मिली है।
शीर्ष खुफिया सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि जब सुरक्षा बलों ने उस इलाके की घेराबंदी की तब मूसा अपने सहयोगी के साथ उस घर में ही मौजूद था। मूसा ने हिजबुल मुजाहिद्दीन से अलग होने के बाद अल-कायदा के सहयोग के अंसार गजवा-उल-हिंद नाम का अपना खुद का आतंकी संगठन बनाया है।
सुरक्षा बलों ने सूर्यास्त के बाद अपना ऑपरेशन रद्द कर दिया। शनिवार सुबह सुरक्षा बल अपना ऑपरेशन दोबारा शुरू कर सकते हैं। एक अन्य पुलिस सूत्र ने बताया कि सुरक्षा बलों को उस घर में कुल तीन आतंकवादियों के छुपे होने का संदेह था।