बापू के सत्याग्रह की 100वीं जयंती पर मोदी सरकार छेड़ेगी ‘स्वच्छाग्रह आंदोलन’

अप्रैल 2017 को चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे हो रहे हैं. ये महात्मा गांधी का भारत में पहला सत्याग्रह था. इसी आंदोलन की याद में पीएम मोदी सोमवार की शाम एक विशेष डिजिटल प्रदर्शनी की शुरुआत करेंगे. पूरी प्रदर्शनी का जायजा लेने के बाद पीएम नेशनल आर्काइव्स के परिसर में एक सभा को संबोधित भी करेंगे. इस प्रदर्शनी का थीम होगा चंपारण सत्याग्रह और कार्यक्रम होगा नेशनल आर्काइव्स दिल्ली में. पूरी बिल्डिंग की दीवारें डिजिटल वॉल की तरह चमकेंगी.

डिजिटल प्रदर्शनी का शीर्षक होगा बापू को कार्यांजलि और एक पहल जो सिर्फ सांकेतिक नहीं होगी और न ही चंपारण सत्याग्रह के 100 साल को याद करने के लिए होगी. बल्कि बापू के सपने को साकार करने के लिए सरकार और प्रभावी कदम उठाने की शुरुआत भी करेगी. सफाई और स्वच्छता को जो महात्मा गांधी के दिल से जुडे मुद्दे रहे और ये चंपारण आंदोलन के केन्द्र बिंदू भी रहे. सरकार का मानना है कि इन कोशिशों से सफाई को लेकर औऱ जागरुकता बढेगी औऱ जब महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ तक जन जन तक पहुंच जाएगी. सत्याग्रह का मतलब अब स्वच्छाग्रह होगा जिसमें स्वच्छ भारत बनाने में हर व्यक्ति का योगदान होगा.

पीएम मोदी और सरकार का पूरा जोर इस बात पर होगा कि स्वच्छ भारत अभियान को जन आंदोलन बना कर कैसे सफल बनाया जाए. इस प्रदर्शनी में चंपारण सत्याग्रह को याद करने के अलावे स्वच्छ भारत अभियान में मिली सफलताओं को भी दिखाया जाएगा. एक विशेष सेक्शन बनाया जी रहा है जिसमें डिजिटल इंगेजमेंट के जरिए दर्शकों को ऐतिहासिक बातों से अवगत कराया जाएगा. एक सेक्शन होगा स्वच्छाग्रह.. द वे फार्वर्ड. पीएमओ के सूत्र बताते हैं कि पीएम मोदी बार बार ये कह चुके हैं कि जन भागीदारी और जन आंदोलन से ही स्वच्छ भारत का सपना पूरा होगा. और बापू को कार्याजंलि इसी स्पिरिट को आगे बढाएगी.

Leave a Reply