ब्रह्मांड विज्ञानी के पीएचडी शोधपत्र देखने का बना रिकार्ड, वेबसाइट हुई क्रैश

लंदन: ब्रिटिश भौतिक शास्त्री और ब्रह्मांड विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग के पीएचडी शोधपत्र को सार्वजनिक किए जाने के कुछ ही दिनों में दुनिया भर में 20 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है। एक निजी वेबसाइट की खबर के मुताबिक हॉकिंग का 1966 में किया गया यह शोध कार्य इतना लोकप्रिय हुआ कि इसे सोमवार को जारी करते ही कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की वेबसाइट का प्रकाशन अनुभाग क्रैश हो गया।

करीब 5 लाख से ज्यादा लोगों ने 'ब्रह्माण्डों के विस्तार के लक्षण' शीर्षक वाले पृष्ठ को डाउनलोड करने का प्रयास किया। विश्वविद्यालय के आर्थर स्मिथ ने इन आंकड़ों को 'अद्वितीय' बताया है। संचार विभाग के उप प्रमुख स्मिथ ने मीडिया को बताया, "स्मिथ का शोधपत्र अपोलो रिपॉजिटरी विश्वविद्यालय की अब तक की सबसे अधिक देखी जाने वाली सामग्री बन गई है। "उन्होंने कहा, "अनुमान के मुताबिक, प्रोफेसर हॉकिंग का पीएचडी शोधलेख किसी भी रिसर्च रिपॉजिटरी से सबसे अधिक देखा जाने वाला शोधलेख है। हमने पहले कभी ऐसे आंकड़े नहीं देखे हैं। "

हॉकिंग (75) ने कैंब्रिज के ट्रिनिटी हॉल में अध्ययन के दौरान इस 134 पृष्ठों के दस्तावेज को लिखा था। इस दौरान वह 24 वर्षीय मास्टर डिग्री के छात्र थे। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में 1962 से रहने वाले खगोलविद ने 'ए ब्रिफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' किताब लिखी है। जो अब तक के सबसे प्रभावशाली वैज्ञानिक कार्यो में से एक माना जाता । हॉकिंग के पीएचडी शोधपत्र को पूरी तरह से पढ़ने के इच्छुक व्यक्ति विश्वविद्यालय के पुस्तकालय जाकर 65 पौंड का भुगतान कर एक कॉपी स्कैन करा सकते हैं और फिर उसे पढ़ सकते हैं।

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