भारतीय प्रवासियों का समलैंगिक बेटा’ बना आयरलैंड का PM

डबलिन। भारतीय मूल के समलिंगी डॉक्टर लियो वरधकर को आयरलैंड की सत्तारूढ़ पार्टी फाइन गाएल ने अपना नेता चुन लिया है। वरधकर को चुनाव में ३ इलेक्टोरल कॉलेज में ६० फीसदी वोट मिले हैं जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी साइमन कोविनी को ४० फीसदी। इसके साथ ही महज ३८ साल की उम्र में उन्होंने आयरलैंड का पीएम बनकर इतिहास रच दिया। वराडकर इस चुनाव में जीतने के बाद दुनिया में सबसे कम उम्र वाले पीएम बन गए हैं। आइए जानते हैं उनका इंडियन कनेक्शन व उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें…

ये है इंडियन कनेक्शन

वरधकर के परिवार के ६० सदस्य महाराष्ट्र में रहते हैं और वे बेसब्री से नतीजों का इंतजार कर रहे थे। उनका परिवार मूल रुप से गुजरात के वरद गांव का रहने वाला था।  लियो की बहन (कज़न) और जानी-मानी डांसर शुभदा वराडकर ने नतीजे से पहले कहा, 'हम स्वतंत्रता सेनानियों के ऐसे परिवार से आते हैं जिन्होंने १९६० के दशक में अपने पंख मुंबई और आयरलैंड में फैलाए। लियो के पिता डॉक्टर हैं और उन्होंने आयरलैंड की नर्स मीरियम से शादी की। लियो खुद भी पेशे से डॉक्टर हैं। उनके माता-पिता मुंबई आते रहते हैं और पैतृक गांव भी जाते हैं। लियो भी आते हैं। लियो ने अपनी इंटर्नशिप भी ्यश्वरू हॉस्पिटल में की है। लियो जब खेल मंत्री थे, तब भी वह आयरलैंड की क्रिकेट टीम के साथ मुंबई आए थे।' 

बोल्ड और ईमानदार

कुछ खबरों में लियो को 'भारतीय प्रवासियों का समलैंगिक बेटा' कहे जाने पर शुभदा ने कहा, 'इसे हेडलाइन बनाने की जरूरत नहीं है, लेकिन हां, लियो बोल्ड और ईमानदार हैं। उन्होंने खुद आयरलैंड की मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में यह माना था कि वह समलैंगिक हैं। आयरलैंड में समलैंगिक विवाह कानूनन वैध है और लियो इस दिशा में और सुधारों के लिए काम कर रहे हैं।'

खुद को मानते हैं बातूनी  

वरदकर खुद को बहुत बातूनी मानते हैं।  वरदकर एक ऐसी शख्शियत हैं जो खुलेआम खुद को समलैंगिक कहते हैं। वह एंडा केनी की जगह लेंगे। 

 

डबलिन में हुआ था जन्म

लिओ वरदकर का जन्म १८ जनवरी १९७९ को डबलिन में हुआ था। वो एक समलैंगिक हैं। वरदकर पेशे से एक डॉक्टर हैं। वे २४ साल की उम्र में काउंसलर बने। उसके बाद २००७ में वे आयरलैंड की संसद के लिए चुन लिए गए। फिर २०११ में फाइन गेल पार्टी सत्ताधारी गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनी। जिसके बैद उन्हें ट्रांसपोर्ट, पर्यटन और खेल मंत्री बनाया गया। फिर वो स्वास्थ्य मंत्री भी बने। 

समलैंगिक रिश्ते  पर उठाया ये बड़ा कदम

लिओ ने आयरलैंड में १९९३ में समलैंगिक रिश्ते को अपराध मुक्त बनाया, इससे पहले यह गैर-कानूनी था। लेकिन संघर्ष फिर भी चलता रहा। आखिरकार साल २०१५ में जनमत संग्रह से समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दिलाने वाला यह पहला देश बना। 

क्रिकेट टीम के साथ आए थे भारत 

लियो वरदकर जब खेलमंत्री थे, तब वह आयरलैंड की क्रिकेट टीम के साथ मुंबई आए थे। हालांक उनकी टीम को ज्यादा सफलता नहीं मिली और वो लिग मुकाबले में हार कर वापस लौट गए। 

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