‘भारत-चीन पुराने पन्ने बंद कर नए अध्याय की करें शुरुआत’

नई दिल्ली: भारत में चीन के राजदूत लूओ झाओहुई ने कहा कि भारत और चीन को पुराने पन्ने बंद एक नए अध्याय की शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि देशों ने द्विपक्षीय स्तर पर बहुत प्रगति की है। उन्होंने कल कहा कि इस महीने के शुरू में श्यामेन में ब्रिक्स सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और दोनों नेताओं ने ‘मिलाप’ और ‘सहयोग’ का साफ संदेश दिया था। उनकी यह टिप्पणी डोकलाम गतिरोध की पृष्ठभूमि में आई है। 

एक और एक को बनाना चाहिए ग्यारह
लूओ ने कहा कि हमें पुराने पन्नों को पलटना चाहिए और उसी गति तथा दिशा से एक नए अध्याय की शुरूआत करनी चाहिए। हमें साथ में डांस करना चाहिए। हमें एक और एक को ग्यारह बनाना चाहिए। चीन भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है। हमने द्विपक्षीय स्तर पर बहुत प्रगति की है। साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्री मामलों में भी खासी प्रगति की है। चीनी राजदूत पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 68वीं वर्षगांठ पर बोल रहे थे। भारत और चीन के बीच 1962 में युद्ध हुआ था। दोनों देशों के बीच खिंचे-खिंचे से रिश्ते हैं तथा क्षेत्रीय विवाद है। दोनों देश डोकलाम से अपने सैनिकों को हटाने पर सहमत हुए हैं जहां दोनेां की सेनाओं के बीच दो महीने से ज्यादा वक्त तक गतिरोध रहा था।

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