भारत ने दिखाया बड़ा दिल, रिहा करेगा 39 पाकिस्तानी कैदियों को
नई दिल्ली
पाकिस्तान के तरफ से मिलने वाले शांति के सांकेतिक प्रस्तावों पर आखिरकार भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। सरकार ने भारत की जेलों में बंद 39 पाकिस्तानियों को रिहा करने का फैसला किया है। इनमें से 21 वो कैदी हैं जो अपनी सजा पूरी कर चुके हैं, वहीं 18 मछुआरे हैं।
पाकिस्तान ने कुछ समय पूर्व ही भारतीय सैनिक बाबूलाल चव्हाण को रिहा किया था। उस वक्त भारत में पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा था कि पाकिस्तान उम्मीद कर रहा है कि भारत के जेल में बंद 33 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया जाएगा। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हमने कैदियों की पहचान कराई है और पाकिस्तान ने उनके अपने देश के नागरिक होने की पुष्टि की है। 1 मार्च को उनकी रिहाई होगी।'
जमात-उत-दावा के सरगना हाफिज सईद को घर में नजरबंद किए जाने पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। माना जा रहा है केंद्र सरकार बातचीत की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए इसे सही वक्त समझ रही है।
यह कदम ऐसे वक्त में उठाया जा रहा है जब दोनों मुल्कों के बीच बातचीत की प्रक्रिया लगभग बंद है। पिछले कुछ महीनों में भारत कई बार दोहरा चुका है कि जब तक पाकिस्तान में आतंकी समूहों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होगी तब तक बातचीत संभव नहीं है। भारत अपने स्टैंड पर कायम है और इसे कई बार दोहरा चुका है।
हालांकि, राजनयिकों का भी मानना है कि सेना प्रमुख से राहिल शरीफ के विदा होने के बाद से स्थितियां कुछ बदली हैं। सरकार इंदौर में पिछले सप्ताह हुए साउथ एशिया स्पीकर्स समिट में पाकिस्तानी वक्ताओं को आमंत्रित किया था। इसी तरह नागरिकों के बीच आपसी संवाद को बढ़ावा देने के लिए कराची लिटरेचर फेस्टिवल में भारतीयों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।