भारत में यहां चलाइए ऑटो-टैक्सी, सरकार देगी 10 हजार रुपए

हैदराबाद: देश के लगभग हर हिस्से में जब कभी ट्रैफिक जाम की समस्या होती है तो सबसे पहले ऑटो-टैक्सी वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है. दरअसल, शहरों में सड़क पर सबसे ज्यादा ऑटो-टैक्सी वाले ही होते हैं. देश की राजनीति में बदलते दौर को देखते हुए हर राजनीतिक पार्टियां जाति आधारित के अलावा खास तरह के रोजगार से जुटे लोगों को अपने पाले में करने की कोशिश करते रहत हैं. इसी कड़ी में ऑटो-टैक्सी वालों के प्रति भी राजनीतिक दल नरमी दिखा रही है. पहले देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने ऑटो-टैक्सी वालों के दम पर अच्छा खासा दम दिखा पाई तो अब आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) इसी फॉर्मूले को आजमा रहे हैं.

सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) ने शुक्रवार को 'वाईएसआर वाहन मित्र' (YSR Vahana Mitra scheme) योजना का शुभारंभ किया. इसके तहत देश के इतिहास में पहली बार ऑटो, कैब और कार चालकों को हर साल 10 हजार रुपये मुफ्त में दिये जाएंगे. 

एलुरू के इंडोर स्टेडियम में सीएम जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) ने वाहन मित्र योजना को लांच करते हुए कहा कि गरीबी में ऑटो, कैब और कार चालक गरीबी में जीवन यापन करते हैं, लेकिन उनकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है. सरकार इस रोजगार से जुड़े लोगों को सालाना 10 हजार रुपए देगी, ताकि वे अपने वाहन का नियमित मरम्मत आदि करा पाएंगे. 

सीएम जगन रेड्डी ने कहा कि जो भी ऑटो, कैब और कार चालक 'वाईएसआर वाहन मित्र' (YSR Vahana Mitra scheme) योजना के तहत 10 हजार रुपए पाना चाहते हैं, वे 30 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन करा लें.

यहां आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की है. इस चुनाव में जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) को ऑटो, टैक्सी और कैब वालों ने अच्छी खासी मदद की थी. वाहन मित्र योजना के अंतर्गत सरकार ने 9 सितंबर को दिशा निर्देश संबंधी जीओ जारी किया है. सरकार इस योजना की लागू करने के लिए बजट में 400 करोड़ आवंटित किया है. इन में से अन्य जाति को 312 करोड़, एससी को 68 करोड़ और एसटी को 20 करोड़ आवंटित किये गये. वाईएसआर वाहन मित्र योजना के अंतर्गत मंजूर किये गये वाहनों में 1,56,804 ऑटो, 5,093 मैक्सी कैब और 11,205 टैक्सी कैब शामिल हैं.
 

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