भोपाल में डांस के दौरान झगड़े में तलवारें चलीं; दोस्त की मदद के लिए पहुंचे युवक के सीने में चाकू घोंपा

भोपाल  राजधानी के अशोका गार्डन इलाके में बर्थडे पार्टी में झगड़ा हो गया। दो परिवार आमने-सामने आ गए। चाकू और तलवारें चलीं। 28 साल का युवक दोस्त की मदद करने पहुंचा। कार से उतरते ही दूसरे पक्ष के युवक ने उसके सीने में चाकू घोंप दिया। मौके पर ही मौत हो गई। झड़प में 5 से ज्यादा घायलों को अस्पताल भेजा गया। 2 की हालत गंभीर है। पुलिस ने दोनों पक्षों पर काउंटर केस किया है।

अशोका गार्डन पुलिस के अनुसार, सुंदर नगर में गुरुवार रात 11 बजे झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर कई लोग घायल थे। एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। मृतक की शिनाख्त भानपुर में रहने वाले 28 साल के मोनू मटका उर्फ विनय शर्मा के रूप में हुई। मोनू अपने दोस्त के फोन पर मौके पर पहुंचा था। झगड़े के दौरान उसके सीने में किसी ने चाकू घोंप दिया था। दिल में चाकू लगने से उसकी मौत हो गई।

इन पर हुई FIR

पहली FIR हत्या और हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में की है। इसमें पुलिस ने वीरू उर्फ बलवीर सिंह की शिकायत पर मोनू उर्फ विनय शर्मा की हत्या में प्रमोद उर्फ गन्नू विशाल और प्रकाश को आरोपी बनाया है। दूसरी FIR विशाल शर्मा की शिकायत पर हुई। हर्ष शर्मा, निरंजन, मोनू, वीरू, शेरू और परमजीत पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस किया गया है।

यह है पूरा मामला

सुंदर नगर (अशोका गार्डन) में रहने वाले विजय शर्मा पुत्र श्याम सावरे सिविल कांट्रैक्टर हैं। उन्होंने बताया कि उनका छोटा भाई 28 साल का मोनू मटका उर्फ विनय शर्मा व्यापारी था। सुंदर नगर में उनके घर से कुछ दूरी पर रहने वाले प्रमोद उर्फ गन्नू के घर बच्चे के जन्म की पार्टी थी। रात साढ़े 10 बजे प्रमोद के परिवार के साथ पड़ोस में रहने वाला वीरू उर्फ बलवीर सिंह भी डांस करने लगा। उसके साथ मोनू और नीरज शर्मा भी थे।

किसी बात को लेकर मोनू और प्रमोद में विवाद हो गया। दोनों ने एक दूसरे को गालियां देते हुए मारपीट शुरु कर दी। यह देख वीरू ने भानपुर में रहने वाले मोनू मटका उर्फ विनय शर्मा को फोन किया। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर चाकू और तलवार से हमला कर रहे थे। इतने में मोनू वहां पहुंच गया। वह गाड़ी से उतरा ही था, तभी एक आरोपी ने उसके सीने में चाकू उतार दिया।

विजय के मुताबिक, हमें मोनू के घायल होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे तो वह कुछ बोल नहीं पा रहा था। एंबुलेंस को कॉल नहीं लग रहा था। जब तक एंबुलेंस आई और अस्पताल ले गए, तब तक छोटे भाई की मौत हो चुकी थी।

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