मत भूलें कि 2019 में कान्ह नदी बहती हुए दिखे : संभागायुक्त
इन्दौर । संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने आज कान्ह नदी संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित एजेंसियों को द्रुत गति से कार्य करने के निर्देश दिए। साथ में यह भी कहा कि नदी संरक्षण कार्य में लगे सरकारी विभाग और एजेंसी यह नहीं भूलें कि हमने दिसंबर 2019 तक नदी को बहते हुए देखने का लक्ष्य रखा है। बैठक में निगम आयुक्त आशीष सिंह, आईडीए के सीईओ विवेक श्रोत्रिय, अपर आयुक्त संदीप सोनी, संयुक्त आयुक्त राजस्व श्रीमती सपना सोलंकी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में समीक्षा के बाद पाया गया कि कुछ स्थानों पर निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं चल रहा है। संभागायुक्त त्रिपाठी ने पूर्व से ही कार्यों के लिए साप्ताहिक और मासिक समय-सीमा तय की है। इस तय समय सीमा से कार्य पिछड़ने पर उन्होने कहा कि संबंधित एजेंसी मशीनरी और मैन पावर बढ़ाएं। निगमायुक्त आशीष सिंह ने दो टूक कहा कि अब यदि एजेंसी निर्धारित लक्ष्य से पीछे चलती है तो पेनाल्टी लगायी जाएगी।
बैठक में अपर आयुक्त संदीप सोनी ने बताया कि सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में चार एम.एल.डी. क्षमता के ई.टी.पी. का काम चल रहा है। यहाँ 128 औद्योगिक इकाइयों से आने वाले वेस्टेज के लिए चेंबर बनाये जा रहे हैं। इसके साथ ही इसका 38 किलोमीटर का नेटवर्क भी बनाया जा रहा है।
संभागायुक्त द्वारा पिछली बैठक में निर्देश दिये गये थे की कान्ह नदी में गंदे पानी के मिलने वाले आउट फ़ाल्स का डिफरेंट एजेंसी से भौतिक सत्यापन भी कराया जाए। आयुक्त नगर निगम श्री आशीष सिंह ने बताया कि जोन क्रमांक 12 हरसिद्धी क्षेत्र में एक एन.जी.ओ. की सहायता से नदी में मिलने वाले आउट फ़ाल्स की गणना की गई। एन.जी.ओ. द्वारा 93 आउट फ़ाल्स नदी में मिलना बताया गया। जो पूर्व में सर्वे किए गए आउट फ़ाल्स की संख्या से मेल खाता है।
बैठक में बताया गया है कि जू के निकट चल रहे काम में सिविल वर्क का 32 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। जू क्षेत्र में 17 हजार 437 मीटर लंबाई का एस. टी. पी. नेटवर्क बनाया जा रहा है। जून माह के लिए सोलह सौ मीटर का लक्ष्य रखा गया है। नहर भंडारा के निकट 68 हजार 550 मीटर लंबाई का एस. टी. पी. नेटवर्क बनाया जा रहा है। यहाँ जून माह में चार हज़ार मीटर का लक्ष्य रखा गया है।
प्रतीक सेतु राजेंद्र नगर में चल रहे काम की गति ठीक, संतोषजनक पाई गई। यहाँ कुल 4 हजार 515 मीटर लंबाई का एस.टी.पी. नेटवर्क बनाया जा रहा है।