मोदी के कड़े फैसलों के बाद भारतीयों को तानाशाह शासन पसंद

नई दिल्लीः नोटबंदी और जीसएसटी जैसे कड़े और बड़े फैसलों के बाद भी भारतीय जनता को आज भी मोदी सरकार पर अटूट विश्वास है। प्यू रिसर्च सेंटर की सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 85 फीसदी लोग अपनी सरकार पर विश्वास करते हैं, दिलचस्प बात यह है कि बहुसंख्यक भारतीय सैन्य शासन और तानाशाही का भी समर्थन करते हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा है कि अपने मजबूत लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए पहचाने जाने वाले भारत में 55 फीसदी लोग किसी न किसी तरह से तानाशाही का समर्थन करते हैं। इनमें से 27 फीसदी लोग मजबूत नेता चाहते हैं।

भारत में अर्थव्यवस्था दर बढ़ी
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा कि भारत में अर्थव्यवस्था 2012 से 6.9 फीसदी की दर से बढ़ रही है। सर्वे के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर 26 फीसदी लोगों ने यह कहा कि ऐसी व्यवस्था शासन के लिए अच्छी होगी जिसमें मजबूत नेता संसद या अदालतों के दखल के बिना फैसला कर सके। भारत एशिया प्रशांत क्षेत्र के उन तीन देशों में शामिल है जहां लोग टेक्नोक्रैसी का समर्थन करते हैं। सर्वे के मुताबिक, 'एशिया पैसिफिक के लोग विशेषज्ञों द्वारा शासन पसंद करते हैं, इनमें विशेषकर वियतनाम (67%), भारत (65%) और फिलिपिंस (62%) है।'

सर्वे में कहा गया है कि 53 प्रतिशत भारतीय और 52 प्रतिशत दक्षिण अफ्रीकी लोग अपने देश के लिए सैन्य शासन को बेहतर मानते हैं। लेकिन इन दोनों ही समाज में बुजुर्ग इस विचार का समर्थन नहीं करते। इनमें वे लोग हैं जिन्होंने लोकतांत्रिक शासन के लिए संघर्ष किया या फिर वे लोकतंत्र के पथ-प्रदर्शकों की अगली पीढ़ी हैं। हालांकि सर्वेक्षण में शामिल 71 फीसदी लोगों ने कहा कि यह शासन के लिए उचित नहीं होगा।

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