लड़कियों को किस कर कमाए 70 हजार रुपये

नई दिल्ली
राह चलती लड़कियों को 'किस' कर भाग जाने वाला 'क्रेजी सुमित' बीते सप्ताह उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसका क्नॉट प्लेस में शूट किया एक विडियो सुर्खियों में आया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि वह विडियो में किसी अनजान महिला को किस नहीं करता था, बल्कि अपने ही ग्रुप की लड़की के साथ मिलकर पैसा कमाने के मकसद से प्रैंक करता था। इस काम के लिए उसकी पूरी टीम थी, जिनका मकसद विडियो बनाकर यूट्यूब पर ज्यादा से ज्यादा हिट लेना था, ताकि वह इनके जरिए कमाई कर सकें। यूट्यूब पर 'द क्रेजी सुमित' नाम से वह अपना अकाउंट चलाता था।

सुमित कुमार सिंह और उसके दोस्त सत्यजीत काद्यान ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बीते महीने ही अपने इन विडियो के जरिए 70 हजार रुपये की कमाई की है। ये दोनों ही छात्र कंप्यूटर ऐप्लिकेशन के छात्र हैं। दोनों ने बताया कि विडियो में सुमित ने अपने ही ग्रुप की लड़कियों के साथ यह प्रैंक किया है, जिसकी जानकारी उन लड़कियों को पहले से ही होती थी। पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों युवकों को छोड़ दिया है और उनसे कहा गया है आगे जांच में जरूरत पड़ने पर उन्हें दोबारा भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

पुलिस अब उन लड़कियों का बयान दर्ज करना चाहती है, जो इन विडियो में हैं। पुलिस ने बताया कि भले की घटना नाटकीय थी, लेकिन दोनों को सार्वजनिक स्थान पर फूहड़ता फैलाने के नाम पर हिरासत में लिया जा सकता है। इस विडियो को शूट करने वाले सुमित के दोस्त सत्यजीत काद्यान का भी यूट्यूब पर 'डीसी प्रैंक' नाम का अकाउंट है। कंप्यूट ऐप्लिकेशन के ये दोनों छात्र अपने इन अकाउंट्स को गुड़गांव से संचालित करते थे।

 

जॉइंट कमिश्नर रविंद्र यादव ने बताया कि बीते एक साल में सुमित सिंह ने अपने यूट्यूब अकाउंट पर 35 से ज्यादा विडियो अपलोड किए हैं, जिन पर उसे एक लाख से ज्यादा हिट मिले हैं। डीसीपी भीष्म सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने जांच में पाया कि दर्शकों को भौचक्का करने के इरादे से ये विडियो शूट किए जाते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पैसा कमाने के अलावा ये प्रैंकस्टार यूट्यूब और गूगल से मिलने वाले सर्टीफिकेट के लिए ऐसा करते थे, ताकि उन्हें गेम और ऐप्स बनाने के लिए मैन्यूफैक्चर हायर कर लें। इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस ने गूगल और यूट्यूब को भी नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा है। गूगल के प्रवक्ता ने बताया की कंपनी पुलिस को पूरी तरह मदद कर रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने जब सुमित से बात की तो उसने बताया कि अब उसने ऐसे विडियो बनाने बंद कर दिए हैं। उसने पुलिस को बताया है कि वह पिछले डेढ़ साल से यूट्यूप पर अपना चैनल चला रहा है।

Leave a Reply