अगर यह ख़बर सच है, तो हो सकती है 16,308 रुपये महीने तक की इनकम टैक्स की बचत

नई दिल्ली: वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा आम बजट 2017 पेश करने का दिन अब ज़्यादा दूर नहीं रह गया है, और उम्मीदों की पोटलियां भारी होती जा रही हैं… दरअसल, पिछले साल के आखिरी दो महीनों में नोटबंदी की वजह से जनता को जितनी परेशानियों का सामना करना पड़ा, उनसे 'राहत' देने वाली बहुत-सी अटकलें सोशल मीडिया पर तैरती रही हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा ज़ोर पकड़ा इनकम टैक्स से जुड़ी उस 'ख़बर' ने, जिसमें कहा गया था कि नोटबंदी की वजह से सरकार के पास नकदी की कतई किल्लत नहीं रही है, और अब इसका प्रतिफल करों में छूट के रूप में जनता तक पहुंचाया जाएगा…

इन कयासों को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ नेताओं के बयानों से भी बल मिला, और इसी बीच मीडिया चैनलों पर आई एक ख़बर, जिसमें घोषणा की गई कि वार्षिक बजट 2017-18 में आयकर छूट की सीमा को ढाई लाख रुपये वार्षिक से बढ़ाकर चार लाख रुपये किया जा सकता है… इसके अलावा ख़बर के मुताबिक आयकर की स्लैबों में भी परिवर्तन की बात कही गई, और अगर इस ख़बर पर यकीन करें, तो यकीन कीजिए, इनकम टैक्स के रूप में हर साल सरकार को दी जाने वाली रकम का बहुत बड़ा हिस्सा हमारी जेबों में ही रह जाएगा, और यह हिस्सा लगभग दो लाख रुपये तक का हो सकता है, जो बेहद खुशी की बात है…

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अब तक इनकम टैक्स से छूट की जो सीमा 2.5 लाख रुपये है, उसे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार चार लाख करने जा रही है, जिसका अर्थ हुआ कि जिन लोगों की मासिक करयोग्य आय (यानी टैक्सेबल इनकम) 33,333 रुपये तक है, उन्हें कोई टैक्स देना ही नहीं पड़ेगा… अब तक 20,833 रुपये मासिक कमाने वाले इस छूट के दायरे में थे…

ये हैं देश में लागू इनकम टैक्स की स्लैब…
इस वक्त देश में लागू व्यवस्था में 2,50,000 रुपये वार्षिक तक करयोग्य आय वालों को कोई आयकर नहीं देना होता, जबकि 2,50,001 से 5,00,000 रुपये तक 10 फीसदी टैक्स, 5,00,001 से 10,00,000 रुपये तक की करयोग्य आय वालों को 20 फीसदी टैक्स, और 10,00,001 तथा उससे अधिक कमाने वालों को 30 फीसदी टैक्स देना पड़ता है… लेकिन अब मिल रही ख़बरों के मुताबिक देशभर के आयकरदाताओं को काफी लाभ मिलने वाला है…

ये हो सकती हैं इनकम टैक्स की नई स्लैब…
आम बजट में पेश की जा सकने वाली नए स्लैबों के मुताबिक 4,00,000 रुपये तक करयोग्य आय वालों को इनकम टैक्स नहीं देना है, जबकि 4,00,001 से 10,00,000 रुपये तक की आमदनी वालों को सिर्फ 10 फीसदी आयकर देना होगा… इसके बाद राहत देने वाली ख़बरों के मुताबिक एक नया स्लैब बनाया जा रहा है, जिसके तहत 10,00,001 से 15,00,000 रुपये तक कमाने वालों को 15 फीसदी इनकम टैक्स देना पड़ेगा और 15,00,001 से 20,00,000 तक 20 फीसदी आयकर… 30 प्रतिशत इनकम टैक्स के दायरे में सिर्फ नही लोग आएंगे, जिनकी करयोग्य आय 20,00,001 रुपये से ज़्यादा होगी…

सबसे कम बचत भी 15,450 रुपये की होगी…
सो, अगर इस हिसाब से देखें, तो आयकरदाताओं को होने वाली बचत सवा लाख रुपये से कहीं ज़्यादा तक होगी, यानी 10,000 रुपये मासिक से भी ज़्यादा… नई व्वस्था में अगर आपकी वार्षिक करयोग्य आय 4,00,000 रुपये है, तो आपको 15,450 रुपये की बचत होगी, जो अब तक आपको इनकम टैक्स और उस पर लगने वाले शिक्षा सरचार्ज के रूप में देना पड़ता था…

अगर आप 5,00,000 रुपये तक कमाते हैं, तो…
अगर आपकी करयोग्य आय 5,00,000 रुपये है, तो आपको मौजूदा समय के 25,750 रुपये के बदले सिर्फ 10,300 रुपये आयकर देना होगा, यानी यहां भी आपको 15,450 रुपये की बचत होगी, लेकिन अगर आप 7,50,000 रुपये करयोग्य आय रखते हैं, तो आपकी बचत बढ़कर 41,200 रुपये हो जाएगी, और आपको मौजूदा 77,250 रुपये के स्थान पर 36,050 रुपये आयकर देना होगा…

15,00,000 रुपये आय वालों को होगी 1,44,200 रुपये की बचत…
10,00,000 रुपये करयोग्य आय वालों को अब तक 1,28,750 रुपये इनकम टैक्स देना पड़ता है, जबकि नई दरों के हिसाब से उन्हें 61,800 रुपये आयकर के रूप में अदा करने होंगे, यानी उनकी बचत 66,950 रुपये होगी… इसी तरह 15,00,000 रुपये कमाने वालों को अब तक 2,83,250 रुपये इनकम टैक्स देना पड़ता है, जबकि नई स्लैबों के तहत उन्हें सिर्फ 1,39,050 रुपये अदा करने होंगे, और उन्हें 1,44,200 रुपये की बचत हो सकेगी…

20,00,000 रुपये कमाने वालों को 1,95,700 रुपये कम देने होंगे…
20,00,000 रुपये की वार्षिक करयोग्य आय वाले लोगों को सबसे ज़्यादा बचत होने वाली है, और उन्हें मौजूदा 4,37,750 रुपये के स्थान पर सिर्फ 2,42,050 रुपये ही इनकम टैक्स देना पड़ेगा, यानी उन्हें 1,95,700 रुपये, यानी 16,308 रुपये प्रतिमाह की बचत होगी…

इससे ज़्यादा कमाई करने वाले पहले ही की तरह 30 प्रतिशत टैक्स स्लैब के दायरे में हैं, सो, उनके लिए भी अधिकतम बचत 1,95,700 रुपये ही रहेगी…

Leave a Reply