अब विष्णु भगवान सोयेे, महादेव जागे 

रायपुऱ। इस बार सावन का प्रथम सोमवार 6 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। सावन माह में भक्तों में बहुत ही उल्लास रहता है। शिवालयांे में भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते भोरमदेव पदयात्रा करने वाले भक्तों पर प्रतिबंध लग गया है।  
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-उपासना की जाती है। धार्मिक ग्रंथों में सावन महीने की महत्ता को विस्तार से बताया गया है। खासकर सावन सोमवार का अति विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा.आराधना की जाती है।
हिंदी पंचांग के अनुसार इस बार सावन महीने में 5 सोमवार है। इस महीने की शुरुआत सोमवार 6 जुलाई से हो रही है। जबकि समापन सोमवार 3 अगस्त को सावन पूर्णिमा के दिन होगी। इससे पहले 2017 में सावन महीने में 5 सोमवार पड़ा था। इस महीने में भगवान शिव की श्रद्धापूर्वक पूजन करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 
सावन सोमवार के चलते इस समय बाजार सजकर तैयार हो गया है। बाजार में फल-फूल, बिल्व पत्र, धतूरा, नारियल श्रृंगार का सामग्री से बाजार सजकर तैयार हो गया है। कोरोना वायरस के चलते बाजार में भीड़भाड़ की कमी देखी जा रही है। भगवान भोलेनाथ को दूध, बिल्वपत्र धतूरा अति प्रिय है। सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस बार सावन माह में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। आखिरी सोमवार तीन अगस्त रक्षाबंधन के दिन पड़ रहा है, रक्षाबंधन सावन के आखिरी दिन मनाया जाता है।

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