अमरीका की भारत से करीबी बढ़ाने का खुल गया राज

वाशिंगटनः बेशक अमरीका और भारत के बीच रिश्तों को नए आयाम मिलते जा रहे हैं लेकिन वैश्विक मंच पर च्रचा है कि आखिर अमरीका भारत के साथ क्यों निकटता बढ़ा रहा है। इस बारे में राजनितिक विशेषज्ञों की माने तो अमरीका की भारत से करीबी  बढ़ाने का राज खुलता जा रहा है ।  सूत्रों की माने तो   जहां आंतकवाद के पोषक पाकिस्तान पर लगाम कसने के लिए  जहां अमरीका भारत की मदद चाहता  है वहीं चीन से निपटने के लिए भी भारत से् करीबी बढ़ा रहा है।

गत दिनों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान और अमरीका के बीच अच्छे हो रहे संबंध का जिक्र करते हुए किए गए ट्वीट के बाद अमरीका ने भारत को दोबारा भरोसे में लेने की कोशिश की है। अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भारत को जहां अमरीका का भरोसमंद पार्टनर बताया वहीं विदेश मंत्री ने पाकि‍स्तान और चीन की खबर भी ली।  टिलरसन ने कहा चीन का बर्ताव सही नहीं हैं और चीन के कदम अंतरराष्ट्रीय कानूनों, नियमों के लिए खतरा बन रहे हैं ।

अमरीकी विदेश मंत्री ने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के संकेत ऐसे समय में दिए हैं, जब चीन में सत्ताधारी वामपंथी पार्टी का अहम सम्मेलन चल रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप अगले महीने अपनी पहली चीन यात्रा पर होंगे।ऐसे में इस यात्रा से पहले टिलरसन ने चीन के मुद्दे पर कहा, ''अमरीका ने एशिया में चीन के ढांचागत निवेश का विकल्प तलाशने पर चर्चा भी शुरू कर दी है।'' टिलरसन ने आगे कहा, ''एशिया में चीन के नकारात्मक असर को देखते हुए अमरीका भारत को अहम सहयोगी के रूप में देख रहा है।''

उल्लेखनीय है कि इसी साल जून में अमरीकी संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ''मुझे संबोधन का मौका देकर आपने भारतीय लोकतंत्र और उसके 125 करोड़ लोगों का सम्मान किया है। भारत और अमरीका के बीच रिश्ता प्रभुत्व के बजाए सहभागिता का होगा। '' एशिया और विश्व में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में क्या अमरीका के भारत के क़रीब आने की ये रणनीति कारगर हो पाएगी ये भविष्य में ही पता चल सकेगा। सूत्रों के अनुसार रेक्स टिलरसन अगले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के दौरे पर आएंगे।

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