अमेरिका में हिंदू राष्ट्रवादी कह कर किया जा रहा दुष्प्रचार :

वॉशिंगटन । अमेरिका में सन 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी दर्ज कराने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की तुलसी गबार्ड ने आरोप लगाया है कि वह धार्मिक कट्टरता की शिकार बन गई हैं। मीडिया का एक धड़ा उन्हें लक्ष्य बना रहा है। अमेरिका में उनके और उनके हिंदू नाम वाले समर्थकों पर हिंदू राष्ट्रवादी होने का आरोप लगाए जा रहे हैं। अमेरिकी कांग्रेस में चुनी गईं पहली हिंदू महिला गबार्ड ने अपने एक आलेख में उनके समर्थकों एवं दानकर्ताओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की व्याख्या, हिंदू अमेरिकियों की प्रोफालिंग करने एवं उन्हें निशाना बनाए जाने और बिना किसी आधार के उन्हें परेशान किए जाने के रूप में की है। गबार्ड ने 11 जनवरी को घोषणा की थी कि वह 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी में दावेदारी पेश करेंगी। 
इस तीखे लेख में गबार्ड ने खुद को हिंदू राष्ट्रवादी बताए जाने के आरोपों की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, क्या मुस्लिम या यहूदी अमेरिकी कहोगे। जापानी, लातिन अमेरिका या अफ्रीकी अमेरिकी कहोगे? उन्होंने कहा, भारत के लोकतांत्रिक रूप से चुने गए नेता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरी मुलाकात को इसके ‘साक्ष्य’ के तौर पर दर्शाया गया और इसे एक तरह से असामान्य बताया गया जबकि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कांग्रेस के मेरे कई साथी उनसे मुलाकात कर चुके हैं। हवाई से चार बार चुनी गईं डेमोक्रेटिक सांसद ने कहा कांग्रेस में चुनी जाने वाली पहली हिंदू-अमेरिकी होने और अब राष्ट्रपति पद के लिए पहली हिंदू-अमेरिकी दावेदार होने का मुझे गर्व है। 

Leave a Reply