आरएसबीटीडीए गठन के 4 साल बाद भी शहर में नहीं बना कोई बस टर्मिनल

जयपुर: राजस्थान राज्य बस टर्मिनल विकास प्राधिकरण (आरएसबीटीडीए) के इन दिनों बुरे हाल चल रहे हैं. आरएसबीटीडीए को शुरू हुए चार साल हो गए हैं. इसके बाद भी राजधानी में बस टर्मिनल बनाना तो दूर प्राधिकरण अभी तक अजमेर रोड जमीन को बस टर्मिनल क्षेत्र भी घोषित नहीं करा पाया है.

हाल ही में प्राधिकरण की ओर से पुलिस कमिश्नरेट में अजमेर रोड़ स्थित 25 बीघा जमीन पर बस टर्मिनल क्षेत्र घोषित करने की प्रक्रिया अपनाई गई, लेकिन वाहनों की प्रवेश और निकास को लेकर आपत्ति जताई जा रही है. कमिश्ररेट ने प्राधिकरण से पूछा है कि वाहनों के आवाजाही की क्या व्यवस्था रहेगी, इसकी सूचना भिजवाएं. इधर वाहनों की आवाजाही की अलग से कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण अभी तक प्राधिकरण की ओर से कोई जबाव नहीं दिया गया है, अब बोर्ड बैठक में इसका निर्णय लिया जाएगा.

बता दें कि चार साल में प्राधिकरण को चलाने के लिए सरकार से तीन करोड़ का लोन ले लिया गया है, जिसमें से अफसर, कर्मचारियों की सैलरी और कार्यालयों के खर्चे निकाले जा रहे हैं. राजस्थान राज्य बस टर्मिनल विकास प्राधिकरण को जेडीए ने 2016 में बस टर्मिनल बनाने के लिए 25 बीघा जमीन दी. यहां 60 करोड़ की लागत से टर्मिनल बनना है. यहां रोडवेज सहित निजी बसें आकर खड़ी हो सकेंगी, जहां से संचालन किया जाएगा.

बस टर्मिनल तक लो-फ्लोर बसों, ऑटो स्टैंड यहां तक मेट्रो को भी लाने की योजना थी, लेकिन सरकार ने 60 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर असहमति जता दी और इसे पीपीपी मोड पर बनाने के लिए कहा. लेकिन अभी तक टर्मिनल को बनाने के लिए कोई बिल्डर तैयार नहीं हुआ है.

बस टर्मिनल को गुजरात मॉडल पर तैयार करने की योजना है. ग्राउंड फ्लोर पर बसों का संचालन होगा, यहां आधुनिक बस स्टॉप बनाएं. इसके अलावा 15 मंजिल में कॉमर्शियन एक्टिविटी रहेगी. पेट्रोल पम्प से लेकर, सिनेमाहॉल, रेस्टोरेंट, अस्पताल, प्राइवेट ऑफिस, पार्क, मॉल सभी सुविधाएं विकसित की जाएगी.

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