आर्मी चीफ से सुलह की कोशिश में पाक PM
इस्लामाबादः कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने देश पर बढ़ते कर्ज पर नाखुशी जताते हुए सरकार से कहा था वो ज्यादा लोगों को टैक्स के दायरे में लाए। बाजवा ने कहा था- इसे पहले कि पानी सिर से ऊपर जाए, सरकार को आर्थिक अनुशासन कायम करना होगा। उनके इस बयान को लेकर गृहमंत्री अहसान इकबाल भड़क गए आर्मी चीफ के साथ उनका विवाद हो गया। PM शाहिद खकान अब्बासी ने अब इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की है। अब्बासी ने अपने कैबिनेट मिनिस्टर की जगह आर्मी चीफ का पक्ष लिया है।
नेताओं के आर्मी पर तेज होती बयानबाजी के बीच आर्मी स्पोक्सपर्सन मेजर जनरल गफूर का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर इकोनॉमी खराब नहीं है तो ये भी सही है कि वो बहुत अच्छी हालत में भी नहीं है। इस पर इकबाल ने फिर तंज कसते कहा है कि आर्मी इकोनॉमी पर तंज न कसे क्योंकि उसके गैर जिम्मेदाराना बयान पाकिस्तान की ग्लोबल इमेज खराब कर रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तानी की आजादी बाद यहां ज्यादातर वक्त मिलिट्री की हुकूमत रही है। इसलिए, सेना और सरकार के बीच जब भी तनाव की खबरें आती हैं तो मीडिया में तख्तापलट की चर्चा शुरू हो जाती है। बाजवा इस वक्त देश से बाहर हैं लेकिन पाकिस्तान में उनको लेकर बयानबाजी जारी है। तनाव बढ़ता देख अब्बासी ने कहा- हो सकता है कि हमारे विचार अलग-अलग हों लेकिन, सरकार और सेना के बीच तनाव नहीं है। यहां हर कोई इकोनॉमी पर अपने विचार रखने के लिए आजाद है।