इस देश में विपक्ष ही बन बैठा ‘राजा’, पहले खुद को घोषित किया राष्ट्रपति अब देश कंगाल होने के कगार पर

नई दिल्ली: वेनेजुएला में सत्ता संघर्ष के चलते वहां के हालात बदतर चुके हैं. देश भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. वेनेजुएला में सत्‍ता संघर्ष और अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों के बाद यहां महंगाई चरम पर पहुंच गई है. वेनेजुएला के सुप्रीम ट्रिब्यूनल ऑफ जस्टिस ने स्व-घोषित राष्ट्रपति जुआन गुएडो के देश छोड़ने पर रोक लगा दी और उनके बैंक खातों से लेन-देन भी बंद कर दिया. देश के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो अमेरिका समर्थित विपक्षी प्रमुख को निष्प्रभावी करना चाहते हैं. यह कदम तब आया जब विदेश विभाग ने खुलासा किया गया था कि नेशनल असेंबली के प्रमुख और स्व-घोषित अंतरिम राष्ट्रपति गुएडो को वेनेजुएला स्थित अमेरिकी बैंक खातों का नियंत्रण सौंप दिया गया है. इससे पहले अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पीडीवीएसए को निशाने पर लेते हुए प्रतिबंध की बात कही थी. आर्थिक संकट से गुजर रही वेनेजुएला सरकार के आय का मुख्य मुख्य स्रोत तेल है. 

अमेरिका ने वेनेजुएला की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी की
अमेरिका ने निकोलस मदुरो की सरकार के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा के बाद अपने नागरिकों से वेनेजुएला की यात्रा से बचने का आग्रह किया है. अमेरिका ने नागरिकों को चेताया है कि उन्हें वेनेजुएला में निशाना बनाया जा सकता है. विदेश विभाग ने मंगलवार को कहा, "राजनीतिक रैलियों और प्रदर्शनों की सूचना अक्सर बहुत पहले नहीं दी जाती है.

प्रदर्शनों में आम तौर पर पुलिस और सुरक्षा बल की सख्त प्रतिक्रिया देखने को मिलती है जिसमें आंसू गैस, काली मिर्च का स्प्रे, पानी की बौछारें और प्रदर्शनकारियों पर रबर की गोलियों का उपयोग शामिल होता है और कभी-कभी लूटपाट और तोड़फोड़ भी होती है." विभाग ने कहा कि कराकस में अमेरिकी दूतावास खुला है लेकिन उसके पास अमेरिकी नागरिकों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने की सीमित क्षमता है. विभाग ने कहा, "वेनेजुएला में रहने वाले या यात्रा करने वाले अमेरिकी नागरिकों को वेनेजुएला से निकलने पर विचार करना चाहिए. वाणिज्यिक उड़ानें उपलब्ध हैं." 

वेनेजुएला की सेना ने किया मादुरो का समर्थन, अमेरिका के साथ गतिरोध बढ़ा

अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगाए
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर विपक्ष को सत्ता सौंपने का दबाव बनाने के लिए एक अहम आर्थिक कदम उठाते हुए अमेरिका के ट्रम्प प्रशासन ने वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पीडीवीएसए पर सोमवार को प्रतिबंध लगा दिए थे. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और वित्त मंत्री स्टीवन मनुचिन ने कंपनी के खिलाफ कदम उठाने की घोषणा की. इसका लक्ष्य मादुरो के प्रतिद्वंद्वी एवं विपक्ष के नेता जुआन गुइडो को मजबूती देना भी है, जिन्हें अमेरिकी प्रशासन ने वेनेजुएला के वैध नेता के रूप में पिछले सप्ताह मान्यता दी थी. इस प्रतिबंध के तहत अमेरिकी अधिकार क्षेत्र में कंपनी की सम्पत्तियों को फ्रीज कर दिया जाएगा और कोई भी अमेरिकी इस कंपनी के साथ किसी भी प्रकार का व्यापार नहीं कर पाएगा.

मनुचिन ने कहा, ‘‘अमेरिका वेनेजुएला के त्रासदीपूर्ण पतन के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह बना रहा है और वह अंतरिम राष्ट्रपति जुआन गुइडो, नेशनल असेम्बली और वेनेजुएला के लोगों को समर्थन देने के लिए राजनयिक एवं आर्थिक उपकरणों का पूरा इस्तेमाल करेगा.’’ इस बीच, मादुरो ने पीडीवीएसए के खिलाफ प्रतिबंध के मद्देनजर अमेरिका को उचित जवाब देने का संकल्प लिया है.

मादुरो ने सोमवार को सरकारी टेलीविजन चैनल पर कहा, ‘‘मैंने पीडीवीएसए के प्रमुख को विशेष निर्देश दिए हैं कि वह अमेरिका में और अंतरराष्ट्रीय अदालतों में राजनीतिक एवं कानूनी कदम उठाए ताकि सिटगो की संपत्ति और पूंजी को सुरक्षित रखा जा सके.’’ बोल्टन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम वेनेजुएला की सेना और सुरक्षा बलों से भी अपील करते हैं कि वे सत्ता के लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण एवं संवैधानिक हस्तांतरण को स्वीकार करें.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रम्प वेनेजुएला के मामले में अमेरिकी सेना को संलिप्त करने पर विचार करेंगे, बोल्टन ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.’’ 

वेनेजुएला के स्वघोषित कार्यवाहक राष्ट्रपति ने विदेशी संपत्ति पर नियंत्रण करना शुरू किया
वेनेजुएला के स्वघोषित कार्यवाहक राष्ट्रपति जुआन गुइडो ने सोमवार को कहा कि वह देश की विदेशी संपत्ति पर नियंत्रण कर रहे हैं. गुइडो के इस कदम को निकोलस मादुरो पर दबाव बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. वेनेजुएला में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच खुद को देश का शासक घोषित करने वाले विपक्ष के नेता गुइडो ने कहा कि मादुरो का शासन गैरकानूनी है तथा वह नये चुनावों से पहले अंतरिम सरकार बनाना चाहते हैं.

सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि वह अपने देश की विदेशी संपत्ति पर व्यवस्थित ढंग से नियंत्रण करने की शुरुआत कर रहे हैं. गुइडो ने शनिवार को होने वाली 'राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैली' से पहले लोगों के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग करते हुए बुधवार को दो घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है. कई यूरोपीय देशों ने मादुरो को नए चुनाव कराने के लिये समयसीमा दे रखी है. वेनेजुएला में बीते हफ्ते शुरू हुए प्रदर्शनों में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है.
 

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