कालाष्टमी के दिन इन उपायों से दूर होती है जीवन की बाधाएं

कालाष्टमी के दिन इन उपायों को करने से दूर होती है जीवन की समस्त बाधाएं और मिलता है काल भैरव का आशीर्वाद कालाष्टमी का दिन भगवान काल भैरव को समर्पित पर्व है. कालाष्टमी का पर्व प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन मनाई जाती है, पंचांग अनुसार पूर्णिमा के बाद आठवें दिन इस दिन को मनाए जाने का विधान रहा है. काल भैरव को भगवान शिव का अंश स्वरुप माना जाता है. भक्त भगवान काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उपवास रखते हैं तथा विशेष पूजा कर्म किए जाते हैं. ज्येष्ठ माह में 22 मई 2022 को कालाष्टमी का व्रत मनाया जाएगा. ऐसा माना जाता है कि भगवान काल भैरव भगवान शिव के रुद्र अवतार हैं. साल में कुल 12 कालाष्टमी मनाई जाती है.

लोग कालाष्टमी का व्रत रखते हैं और अपने व्यसनों के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए भगवान काल भैरव की पूजा करते हैं. भगवान काल भैरव अपने भक्तों को अच्छे स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और आध्यात्मिकता का सुख प्रदान करते हैं. काल भैरव को क्षेत्रपाल के नाम से भी जाना जाता है जो मंदिरों के संरक्षक होते हैं. भक्त अक्सर विशेष दिनों में भैरव मंदिरों में दीया और मिठाई चढ़ाने के लिए जाते हैं.

कालाष्टमी तिथि और समय

कालाष्टमी तिथि 22 मई 2022, रविवार के दिन मनाई जाएगी
कालाष्टमी तिथि 22 मई 2022, रविवार, दोपहर 12:59 बजे से शुरू होगी. कालाष्टमी तिथि समाप्त 23 मई 2022, सोमवार, सुबह 11:34 बजे पर होगी.

कालाष्टमी पर इन उपायों को करने से मिलता है लाभ

राहु केतु ग्रह शांति

माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में राहु के अशुभ प्रभाव होते हैं, उन्हें जीवन में शांति, स्वास्थ्य, धन, सद्भाव और सफलता के लिए राहु को प्रसन्न करने के लिए भगवान काल भैरव की पूजा और प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन, भक्तों को भगवान काल भैरव के मंदिर में जाना चाहिए और किसी के जीवन से बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान काल भैरव को शराब और यहां तक कि दूध भी अर्पित करना चाहिए ऎसा करने से राहु केतु ग्रह शांत होते हैं.

पितर दोष से मिलती है मुक्ति

कालाष्टमी के दिन किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करने के पश्चात पितरों को तर्पण करके भैरव की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से आपके जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं तथा पितृ दोष भी दूर होता है.

आर्थिक संपन्नता की प्राप्ति

आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए इस दिन शमी वृक्ष को लगाना सबसे शुभ उपाय होता है. जीवन में धन लाभ एवं दरिद्रता से मुक्ति पाने के लिए घर पर या घर के बाहर शमी वृक्ष को लगाना अच्छा माना जाता है. शमी के वृक्ष जीवन में सफलता प्राप्ति एवं विजय प्राप्ति कराने में सहायक होता है.

भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से मिलती है मुक्ति

कालाष्टमी दिन का समय विशेष रुप से नकारात्मक चीजों से बचाव का दिन होता है. अगर आप अपने आप को बुरी चीजों दूर रखना चाहते हैं और भय से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इस दिन आप भैरव जी के इस मंत्र का जाप करें. मंत्र इस प्रकार है- ॐ ह्रीं बम बटुकाय आपददुधारनाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं बम ॐ मंत्र का जाप करने से भय से मुक्ति प्राप्त होती है.

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