खरगोन जिले के सफेद सोने पर कालाबाजारियों की नजर

खरगोन। कपास बोवनी का दौर शुरु होते ही बीज की कालाबाजारी की शिकायतें सामने आ रही है। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ चुंनिदा दुकानों पर ही पर राशि का 659 बीज बेचा जा रहा हैं। जहां किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाने दाम पर बीज बेचा जा रहा है। कंपनी द्वारा एक पैकेट की कीमत 730 रुपए निर्धारित की गई। किसानों के अनुसार व्यापारी इसके बदले में 900 से एक हजार रुपए वसूल रहे हैं। जिसको रोकने के लिए कृषि विभाग ने कड़ा कदम उठाया है।
जानकारों का कहना है कि कपास के अच्छे भाव मिलने से इसका रकबा इस साल बढ़ेगा। बीटी कॉटन की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि विभाग ने जिला स्तर अपनी टीमें 3 टीम गठित की है जो ब्लाक में जाकर नकली बीजो, कालाबजारी,अमानक स्तर के बीज को रोकने का कार्य करेगी 3 टीमों में कुल 19 सदस्य है। जो दुकानों पर अपनी निगरानी में किसानों को बीज समर्थन मूल्य पर उपलब्ध करायेगे। वहीं कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर तुरंत बीज दुकानों का निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट उप संचालक कृषि को सौंपगे।

बीटी कॉटन की स्थिति
जिला स्तरीय निरीक्षण दल द्वारा अलग-अलग फर्मो का निरीक्षण किया जा रहा है साथ ही बीज नमूने भी लिए जा रहे हैं । अब तक लगभग 50 नमूने लिए गए हैं । वर्तमान में जिले में अलग-अलग कंपनियों के बीटी कपास बीज के लगभग 700000 पैकेट प्राप्त हुए हैं जिसमें मुख्य रूप से राशि सीड्स प्राइवेट लिमिटेड 350000 पैकेट, नुजीविडु सीड्स लिमिटेड 150000 पैकेट , कावेरी सीड्स कंपनी लिमिटेड 120000 पैकेट, अदित्य एग्री टेक प्राइवेट लिमिटेड 75000 पैकेट, प्रभात एग्री बायोटेक लिमिटेड 10000 पैकेट, सीड्वर्कर्स इंटरनेशनल लिमिटेड 8000 पैकेट एवं अन्य कंपनियों के इस तरह कुल 725000 पैकेट जिले को प्राप्त हुए हैं जिनमें से लगभग 490000 पैकेट का विक्रय किया जा चुका है वर्तमान में जिले में कपास बीज पर्याप्त मात्रा में है। इसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।
क्या कहना है।कृषि विभाग के अधिकारी कॉटन बीज की कालाबाजारी रोकने के लिए इस बार सख्त कदम उठाएंगे। अगर कोई शिकायत देता है तो तुरंत उसकी दुकान पर जाकर छापेमारी की जाएगी। इसके अलावा अगर विक्रेता दोषी पाया गया तो उसका लाइसेंस तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया जाएगा। वहीं उस पर जुर्माना भी किया जाएगा।
— एम एल चौहान,कृषि उपसंचालक, खरगोन

खाद‑बीज दुकानों का किया निरीक्षण
जिले के कसरावद में कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने खाद बीज, उर्वरक,पौध संरक्षण औषधि विक्रेताओ की दुकानो का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।कृषि विभाग ने बीज, उर्वरक,पौधसंरक्षण दवाईयों की जाँच हेतू सेंपलिंग भी की ।
रासायनिक उर्वरक विक्रेता फर्म अन्नपूर्णा स्टोन सप्लायर कसरावद का कृषि एवं राजस्व विभाग के संयुक्त दल द्वारा निरीक्षण किया । कृषि विभाग की टीम द्वारा गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रयोगशाला जाँच हेतू सैंपल भी लिए । न्यू किसान बीज भंडार, सुविधा कृषि सेवा केन्द्र, संजय एजेंसी कसरावद का निरीक्षण एवं सेंपलिंग ली गई। कृषि विभाग ओर राजस्व की टीम ने खाद बीज के दुकानों के निरीक्षण के दौरान दुकानदारों के लाइसेंस, उनका स्टॉक रजिस्टर व बिक्री पंजी आदि का निरीक्षण किया, ताकि किसी प्रकार की कालाबजारी की संभावना को निरस्त किया जा सके। टीम में नायब तहसीलदार कसरावद नरेंद्र मुवेल,राहुल सोलंकी,अनुविभागीय अधिकारी कृषि मानसिंह ठाकुर,वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी बी.एस.सेंगर,कृषि विकास अधिकारी सुभाष मेहता,बी.आर.नरवरिया, कार्यालयीन सहायक अनिल सोनी शामिल थे।

बीज लेने गए किसानों को पड़े पुलिस के डंडे
लॉकडाउन में किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ा, जिले में कई स्थानों पर मिर्ची के बीज लेने गए बीज तो मिले नही उल्टा पुलिस के डंडे जरूर मिले, मिर्ची के बीज उद्यानिकी विभाग के कर्मचारियों की निगरानी में बंटवाया जा रहा है । 500 किसानों की लाइन में मात्र 25 को ही बीज के पैकेट मिल रहे है कई किसान तपती गर्मी में लाइन में लगकर नंबर आने पर बीज नही मिलने पर मायूस होकर घर वापस लौट गए। 

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