गुजरात में हार्दिक पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट, BJP दफ्तर में तोड़फोड़ का आरोप

विसनगर सेशन कोर्ट ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, लालजी पटेल और अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. यह वारंट बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ करने के आरोप में जारी किया गया है.

 

हार्दिक पटेल और लालजी पटेल पर जुलाई 2016 में बीजेपी विधायक के कार्यालय में हमला करने में शामिल होने का आरोप है. वहीं, गहलोत और भरत सोलंकी ने कहा कि हार्दिक पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करना निंदनीय है. विसनगर की स्थानीय अदालत ने पाटीदार नेताओं के खिलाफ उस वक्त गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जब गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान जारी है.

 

बुधवार को चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया है. गुजरात में पहले चरण में 89 विधानसभा सीटों के लिए नौ दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण के तहत 93 विधानसभा सीटों के लिए 14 दिसंबर को मतदान होगा. गुजरात की 182 सीटों पर कुल 4.30 करोड़ वोटर हैं. चुनावों के लिए 50,128 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. गुजराती भाषा में भी वोटिंग गाइड दी जाएगी. चुनावों में VVPAT का इस्तेमाल होगा.

 

इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार वोटर अहम भूमिका निभा सकते हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों की निगाह पाटीदार युवा नेताओं पर लगी हुई है. वहीं, बुधवार को हार्दिक पटेल ने राजकोट जिले के जसदन ब्लॉक के गांव के किसानों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने ट्वीट किया, 'भाजपा और कांग्रेस को चुनाव के लिए हार्दिक शुभकामनाएं. अब से दो महीने तक जनता राज.'

 

गुजरात में पटेल समुदाय करीब 20 फीसदी है, जो सत्ता बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखता है. राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर पटेल समुदाय का प्रभाव है. पिछले दो दशक से राज्य का पटेल समुदाय बीजेपी का परंपरागत वोटर रहा है, जो फिलहाल नाराज माना जा रहा है. इसी का नतीजा रहा कि 2015 में हुए जिला पंचायत चुनाव में से सौराष्ट्र की 11 में से 8 पर कांग्रेस विजयी रही और बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था.

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