चीन के बाद विश्व के कई देशों में फैल चुका कोरोना वायरस, अब वैज्ञानिकों की नजर 

नई दिल्ली । चीन के बाद विश्व के कई देशों में फैल चुका कोरोना वायरस का नया रूप अब एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैलने लगा है। चीन के एक अस्पताल में एक मरीज से 14 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इसके फैलने की पुष्टि हो चुकी है। नए संक्रमणों की जांच की जा रही है और पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों के नजर इसके मानव से मानव संक्रमण के नतीजों पर लगी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस संक्रमण के दौरान वायरस पहले से ज्यादा घातक हो सकता है या फिर कमजोर भी पड़ सकता है। कोरोना वायरस के मौजूदा स्वरूप को 2019-एनसीओवी नाम दिया गया है। कोरोना वायरस के अब तक सात स्वरूप ज्ञात हैं तथा यह आठवां रूप है। चीन समेत बाकी देशों में इसके जीनोम के जो 24 सिक्वेंस तैयार किए गए हैं उनमें 96 फीसदी यह कोरोना वायरस से मिलता है। इसलिए यह माना गया है कि कोरोना वायरस के किसी स्ट्रेन में म्यूटेशन के बाद वायरस का यह नया स्वरूप सामने आया है। म्यूटेन होने के कारण ही यह वायरस किसी पशु से मानव में पहुंचा है। किस पशु से पहुंचा है, यह स्पष्ट नहीं है लेकिन आरंभिक आकलन यह है कि वुहान में यह किसी समुद्री जीव से मनुष्य में पहुंचा हो सकता है। जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. चार्ल्स चिव ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इंसान से दूसरे इंसान में फैलने पर इस वायरस का असर कितना घातक रहता है।
 

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